बांग्लादेश की राजधानी ढाका में सैन्य लड़ाकू विमान के स्कूल परिसर में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद फैले जन आक्रोश के बीच देश के एयर चीफ मार्शल हसन महमूद खान ने जनता और खासकर छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने जोर देकर कहा कि वायुसेना किसी भी जानकारी को छिपा नहीं रही है और अफवाहों पर ध्यान न दिया जाए।
सोमवार (21 जुलाई)को बांग्लादेश एयर फोर्स का एक चीनी निर्मित F-7BGI फाइटर जेट ढाका के उत्तरा क्षेत्र स्थित मिलस्टोन स्कूल एंड कॉलेज की इमारत से टकरा गया। इस भीषण दुर्घटना में कम से कम 31 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकतर बच्चे और छात्र शामिल हैं। इसके अतिरिक्त 171 से अधिक लोग घायल हुए, जिनमें अधिकांश की उम्र 8 से 14 वर्ष के बीच बताई जा रही है। यह हाल के वर्षों में बांग्लादेश की राजधानी में हुई सबसे भीषण विमान दुर्घटनाओं में से एक है।
दुर्घटना के बाद मंगलवार (22 जुलाई)को सैकड़ों छात्र और पूर्व छात्र सड़कों पर उतर आए, उन्होंने सेना पर पुराने और असुरक्षित ट्रेनर विमानों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। छात्रों का कहना है कि हादसे में मारे गए और घायल लोगों की वास्तविक संख्या को सार्वजनिक किया जाए। एक पूर्व छात्र ने AP से कहा, “मृतकों और घायलों की सही संख्या को सार्वजनिक किया जाना चाहिए। जब तक यह नहीं होता, विरोध जारी रहेगा।” एयर चीफ की अपील,“आप हमारे अपने हैं, हम आपसे क्या छुपाएंगे?”
पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट तौकीर इस्लाम सागर के अंतिम संस्कार के बाद मीडिया से बात करते हुए एयर चीफ मार्शल हसन महमूद खान ने गहरी संवेदना जताई और कहा, “कृपया सोशल मीडिया की किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें। एक मजबूत वायुसेना देश की संप्रभुता के लिए अनिवार्य है। अफवाहें फैलाकर इस स्तंभ को कमजोर न करें। हम भी उतने ही दुखी हैं जितना आप।”
उन्होंने यह भी कहा, “हम किससे कुछ छुपाएंगे? आप ही तो हमारे देश के लोग हैं। यह एक दुर्घटना थी, और हम स्थिति को पूरी तरह नियंत्रण में लाने की कोशिश कर रहे हैं। यदि यह अशांति जारी रही, तो किसी और को नहीं, बल्कि सिर्फ देश को नुकसान होगा।” बांग्लादेशी सेना के अनुसार, F-7BGI विमान ने सोमवार दोपहर 1:06 बजे A.K. Khandaker एयर फोर्स बेस से उड़ान भरी थी, लेकिन उड़ान के तुरंत बाद तकनीकी खराबी आ गई, जिससे विमान नियंत्रण खो बैठा और स्कूल परिसर पर आ गिरा।
यह भी पढ़ें:
देश का सबसे अत्याधुनिक 30 किलोवॉट लेजर हथियार अब निजी क्षेत्र से बनवाएगा DRDO!
चारधाम यात्रा में रचा गया रिकॉर्ड, 39 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए!
पाकिस्तान से संघर्ष ने दिलवाया भारत की रक्षा निर्यात में उछाल!
मानसून अधिवेशन: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा का समय 9 घंटे बढ़ा!



