गुजरात में भाजपा सरकार ने शुक्रवार(17 अक्तूबर) को अपने मंत्रिमंडल का बड़ा विस्तार और पुनर्गठन किया। राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी को उपमुख्यमंत्री (डिप्टी सीएम) पद की शपथ दिलाई गई, जबकि भारतीय क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा को भी पहली बार मंत्री बनाया गया है। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने गांधीनगर स्थित राजभवन में शपथग्रहण समारोह में नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मौजूद रहे। कुल 25 सदस्यीय नई कैबिनेट में अनुभवी और नए दोनों तरह के नेताओं को शामिल किया गया है।
नए मंत्रिमंडल में ऋषिकेश पटेल, कनुभाई देसाई, कुंवरजी बावलिया, परशोत्तम सोलंकी, प्रफुल पंसेरिया और हर्ष संघवी जैसे चेहरे एक बार फिर शामिल हुए हैं। इनमें से चार मंत्री, ऋषिकेश पटेल, कनुभाई देसाई, कुंवरजी बावलिया और परशोत्तम सोलंकी ने दोबारा शपथ नहीं ली, क्योंकि उनके विभागों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
आज शपथ लेने वाले 19 नए मंत्रियों में त्रिकम चांग, स्वरूपजी ठाकोर, प्रवीण माली, पी.सी. बरांडा, दर्शना वाघेला, कांतिलाल अमृतिया, अर्जुन मोढवाडिया, प्रद्युम्न वाजा, कौशिक वेकारिया, जितेन्द्रभाई वाघाणी, रमनभाई सोलंकी, कमलेशभाई पटेल, संजय सिंह माहिदा, रमेशभाई कटारा, प्रफुल पंसेरिया, मनीषा वाकिल, ईश्वरसिंह पटेल, डॉ. जयरामभाई गामित और नरेशभाई पटेल शामिल हैं।
इस मंत्रिमंडल में सामाजिक संतुलन पर खास ध्यान दिया गया है। इसमें 8 ओबीसी, 6 पाटीदार, 4 आदिवासी, 3 अनुसूचित जाति, 2 क्षत्रिय और एक-एक ब्राह्मण व जैन (लघुमती) समुदाय से मंत्री बनाए गए हैं। यह गुजरात में 2021 के बाद सबसे बड़ा कैबिनेट ओवरहॉल है। सितंबर 2021 में पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उनके पूरे मंत्रिमंडल ने इस्तीफा दिया था, जिसके बाद भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में नई टीम बनी थी।
शपथग्रहण से एक दिन पहले मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के अलावा सभी 16 मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दिया, जिसके बाद शुक्रवार को नई टीम का गठन किया गया। गुजरात विधानसभा की कुल 182 सीटों में से संवैधानिक प्रावधान के तहत अधिकतम 27 मंत्री बनाए जा सकते हैं। वर्तमान में नई टीम 25 सदस्यों की है।
भूपेंद्र पटेल ने 12 दिसंबर 2022 को दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और हाल ही में उन्होंने अपने 5 साल के कार्यकाल पूरे किए हैं। यह फेरबदल आगामी लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा के संगठनात्मक समीकरणों को संतुलित करने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
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