केरल में कांग्रेस के निलंबित विधायक राहुल मामुकुटाथिल कई महिलाओं की गंभीर शिकायतों के बाद राजनीतिक और कानूनी संकट में घिर गए हैं। राहुल पर महिलाओं के साथ शादी का झूठा वादा कर रेप, जबरन गर्भपात, आपराधिक धमकी, डिजिटल ब्लैकमेल और अनुचित संदेश भेजने जैसे आरोप लगे हैं। दो अलग-अलग मामलों में उनके खिलाफ FIR दर्ज है और पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
इन घटनाओं ने केरल की राजनीति में तीखी बहस छेड़ दी है, जिसमें महिला सुरक्षा, राजनीतिक दोहरे मापदंड और आरोपी नेताओं को बचाने के आरोपों को लेकर पार्टियाँ आमने-सामने हैं। राहुल, पिछले वर्ष नवंबर 2024 में पलक्कड़ उपचुनाव जीतकर विधायक बने। उससे पहले वे यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी थे, लेकिन अगस्त में गंभीर यौन आरोप लगने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। बाद में पार्टी ने उन्हें प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया।
इस बीच, कई महिलाओं और एक ट्रांसजेंडर ने उन पर अलग-अलग आरोप लगाए, जिससे मामला और गहरा गया। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को भेजी गई शिकायत पर दर्ज एफआईआर के अनुसार राहुल ने एक महिला के साथ दो बार दुष्कर्म किया, पूरी घटना का वीडियो बनाकर धमकी दी, महिला के गर्भवती होने पर उनके करीबी जोबी जोसेफ ने गर्भपात की गोलियाँ दीं, धमकी देकर उन्हें चुप कराया।
एक अन्य 23 वर्षीय महिला ने भी कांग्रेस हाईकमान को शिकायत भेजकर कहा कि राहुल ने शादी का वादा कर संबंध बनाए, फिर हमला, भावनात्मक प्रताड़ना और उत्पीड़न किया। कांग्रेस की महिला नेता एमए शाहनास ने भी आरोप लगाया है कि राहुल ने उन्हें अनुचित मैसेज भेजे और ‘ट्रिप’ का प्रस्ताव दिया।
सोशल मीडिया पर वायरल कथित चैट और ऑडियो क्लिप्स में राहुल पहले बच्चा पैदा करने की जिद करते और बाद में उसी महिला पर गर्भपात के लिए दबाव डालते सुनाई दे रहे हैं। इन सामग्रियों की पुलिस ने पुष्टि नहीं की है, पर विवाद बढ़ गया है। राज्य सचिव एमवी गोविंदन ने आरोप लगाया कि कांग्रेस, राहुल को छिपाकर उनकी गिरफ्तारी रोकने की कोशिश कर रही है। उन्होंने राहुल के हलफनामे को आरोपों की अप्रत्यक्ष स्वीकारोक्ति बताया है।
वहीं कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेता अडूर प्रकाश और एमएम हसन ने कहा कि विधायक को विधानसभा सत्र में भाग लेने से नहीं रोका जा सकता और यह उनका संवैधानिक अधिकार है। कांग्रेस नेताओं ने CPI(M) के आरोप खारिज करते हुए कहा कि राहुल ने आरोप लगने के 24 घंटे के भीतर यूथ कांग्रेस पद छोड़ा, बाद में पार्टी ने उन्हें निलंबित किया, पार्टी महिला सुरक्षा पर कठोर रुख रखती है।
KPCC अध्यक्ष सनी जोसेफ ने कहा कि आगे की कार्रवाई ‘उचित समय’ पर होगी। आरोप लगने के बाद से राहुल लापता हैं। पुलिस ने उन्हें देश छोड़ने से रोकने के लिए लुकआउट सर्कुलर जारी किया है। उनके सहयोगी जोबी जोसेफ का फोन भी बंद है। इस बीच, राहुल फेसबुक पर लिख चुके हैं कि वे निर्दोष हैं और कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। केरल की राजनीति में यह मामला आने वाले दिनों में और गर्मी ला सकता है, क्योंकि विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों ही इसे महिला सुरक्षा और राजनीतिक नैतिकता के मुद्दे के रूप में उछाल रहे हैं।
यह भी पढ़ें:
चुनाव की आहट लगते ही TMC ने विधायक हुमायूँ कबीर को किया निलंबित
इंडिगो में हड़कंप: नए ‘रेस्ट रूल्स’ से उड़ानें रद्द, दो दिनों में 200 से ज़्यादा फ्लाइट ठप
पादरी और उसकी पत्नी हिंदुओ को पैसे देकर धर्म परिवर्तन करने के आरोप में गिरफ्तार



