बीजेपी नेता और विधायक आशीष शेलार द्वारा हाल ही में वर्ली में हुए सिलेंडर धमाके पर महाराष्ट्र सरकार और बीएमसी के खिलाफ हमला बोला था। इसके बाद कहा गया कि शेलार ने महापौर के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की। इस मामले को राज्य महिला आयोग ने भी संज्ञान में लिया और इसकी जांच करने का निर्देश दिया। इस मामले में शेलार के खिलाफ मरीन लाइंस पुलिस स्टेशन स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। जिसके बाद गुरुवार को आशीष शेलार को अग्रिम जमानत मिल गई है।
जमानत मिलने पर आशीष शेलार ने कहा, “हम कानून का पालन करने वाले लोग हैं। उन्हें झूठे आरोप में जमानत मिल गई है। उन्होंने कहा कि बयान की भूमिका पहले ही स्पष्ट की जा चुकी है। पुलिस बल का दुरूपयोग, सत्ता का दुरूपयोग किया जा रहा है। शेलार ने कहा कि “मैंने किसी महिला या महापौर का अपमान नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि अगर आप हमारी आवाज को दबाने की कोशिश करेंगे तो बीजेपी मुंबईकरों की बनेगी और आवाज उठाएगी। उन्होंने कहा कि कहा, “मैंने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन मेयर का नाम इस मामले में जोड़ा गया।” उन्होंने कहा कि ” मैंने जो नहीं कहा उसे अदालत में सक्षम रूप से ले जाऊंगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं का अपमान करना न तो हमारा स्वभाव है और न ही हमारी संस्कृति। आशीष शेलार ने कहा, मेयर किशोरी पेडनेकर और मैं कई सालों से दोस्त हैं और हमने पार्षद के तौर पर साथ काम किया है।
वहीं , विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कोई भी भाजपा नेता, खासकर आशीष शेलार, महिला के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं कर सकते। आशीष शेलार के खिलाफ बयान की गलत व्याख्या कर मामला दर्ज किया गया है। फडणवीस ने कहा कि आशीष शेलार शिवसेना के खिलाफ बोलते हैं इसलिए उन्हें शांत करने के लिए केस दर्ज किया गया है।
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