यूरोपीय देशों की कोशिशों के बाद भी रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है। रूस के राष्ट्र्पति व्लादिमीर पुतिन ने अपने मिलिट्री ऑपरेशन की घोषणा करते हुए धमकी भी दी | पुतिन ने कहा कि कोई इस मामले में दखल देने वालों का भी अंजाम बुरा होगा। धमकी भरे अंदाज में उनका इशारा अमेरिका,और ब्रिटेन जैसे NATO देशों को दिया गया है।
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा है कि यूक्रेन अपना बचाव करेगा और जीतेगा। नाटो के महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने यूक्रेन पर रूस के हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि हमारी बार-बार चेतावनियों के बावजूद रूस ने एक स्वतंत्र देश पर हमले का रास्ता चुना है।
जल्द ही नाटो की बैठक होगी और हम इस भयानक समय में यूक्रेन के साथ खड़े हैं।अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूसी हमले को गलत ठहराया है। उन्होंने सहयोगी देशों के साथ एकजुट होकर इस हमले का जवाब देने की अपील की है। उन्होंने गुरुवार को G-7 देशों के साथ बैठक किए जाने की जानकारी दी। इस बैठक में आगे की रणनीति पर काम हो सकता है।
नाटो के आर्टिकल-4 के मुताबिक जब भी क्षेत्रीय अखंडता, राजनीतिक स्वतंत्रता या सुरक्षा को खतरा होता है तो सभी सदस्य बातचीत करते हैं। कोई भी सदस्य देश आर्टिकल-4 को लागू कर सकता है। इसके लागू होते ही मौजूदा मुद्दे पर चर्चा की जाती है और संयुक्त कार्रवाई का फैसला किया जाता है। 1949 में नाटो बनने के बाद से 6 बार आर्टिकल-4 लागू किया गया है।
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