रूस और यूक्रेन के बीच सातवें दिन भी युद्ध जारी है| ऐसे में यह सवाल उठने लगा है कि इसका असर रूस के साथ भारत के रक्षा सौदों पर पड़ेगा? युनाइटेट संघ द्वारा रूस पर कई सारे आर्थिक प्रतिबंध लगाने की स्थिति में एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की डिलीवरी प्रभावित हो सकती है?
भारत को रूस से एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की पहली खेप मिल चुकी है, लेकिन अभी चार अन्य की डिलीवरी होनी है| रूस की तरफ से अभी तक डिलीवरी में देरी का कोई संकेत नहीं मिले हैं, लेकिन यूक्रेन के साथ यह संकट लंबा चला तो यह चिंता का विषय जरूर हो सकता है| इसके अलावा CAATSA कानून के तहत खरीदारी के लिए अमेरिका का भारत पर प्रतिबंध एक अलग संभावना है| अभी तक अमेरिका चीन और तुर्की पर प्रतिबंध लगा चुका है, लेकिन भारत को नजरअंदाज किया गया है|
वही, भारत में मौजूद रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने कहा की मुझे भारत को एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की आपूर्ति के संबंध में कोई बाधा नहीं दिखती है| हमारे पास इस सौदे को जारी रखने के लिए तंत्र है|’ उन्होंने आगे कहा, ‘रूस हमेशा राख से उठ खड़ा हुआ है और यह फिर से उठेगा| हमने पूरी तरह से सुरक्षित करने के लिए कदम उठाए हैं| हमारी अर्थव्यवस्था दबाव से बाहर निकलेगी|’
रूस-यूक्रेन संकट के चलते वैश्विक बाजार पर भी खतरा मंडराता दिखाई दे रहा है| दुनियाभर के शेयर बाजार भी भारी उतार-चढ़ाव की स्थिति में चल रहे हैं| कुछ देशों की करेंसी वैल्यू पर इसका सीधा असर पड़ा है| इसका और बुरा असर ग्लोबल मार्केट पर दिख सकता है|
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