लखनऊ में सियासी अटकलें लगाई जा रही हैं कि मायावती के खास और राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्र जल्द ही बीएसपी छोड़ सकते हैं।जानकारों की माने तो विधानसभा चुनाव में हार का ठीकरा उन्हीं के सिर फूटने वाला है। दिल्ली में कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम से सतीश चंद्र की मुलाकात के बाद से अटकलें लगाई जा रहीं हैं की वे कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं।
वही, पिछले चुनावों में हार का ठीकरा भी सतीश चन्द्र मिश्रा पर ही फोड़ा गया। यही कारण है कि वो मायावती का साथ छोडने का मन बना चुके हैं। ऐसे में सब कुछ ठीक रहा तो बसपा के मिशन से उनकी विदाई तय मानी जा रही है।
मायावती के रवैए से बीएसपी छोड़ चुके हैं कई दिग्गज नेता बसपा सुप्रीमो मायावती पर उनके करीबी रहे लाल जी वर्मा और नासिमुद्दीन सिद्दीकी जैसे बड़े नेता अक्सर ही उनके गलत फैसलों पर ऐतराज जताकर उनका विरोध करत रहे। लेकिन सतीश चन्द्र मिश्र ने उनके नक्शे कदम चलते हुए मायावती की हाँ में हाँ मिलाई जिससे वो लगातार पार्टी में विरोध के बावजूद बचे रहे। पूरी पार्टी के गैर सवर्ण नेता अक्सर उनसे नाराज ही रहे।
यूपी में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान लखनऊ में कई जगहों पर पोस्टर लगाए गए थे जिसमें मायावती के सबसे करीबी नेता सतीश मिश्रा के सीएम फेस होने की बात कही गई थी। यह मामला इतना तूल पकड़ा था कि मायावती को सामने आकर सफाई देनी पड़ी थी। मायावती ने तब कहा था कि उनका उत्तराधिकारी कोई दलित ही होगा।
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