पिछले कई सालों से मानसून के दौरान बाढ़ से घिरी मुंबई का कोई समाधान नहीं हुआ है, वैसे ही मानसून के दौरान गड्ढों वाले मुंबई का कोई समाधान अभी तक नहीं निकला है। शासक और प्रशासनिक अधिकारी बदल गए हैं, फिर भी मुंबईकरों के लिए गड्ढों की समस्या जस की तस बनी हुई है।
इस पृष्ठभूमि में अब बॉम्बे हाईकोर्ट ने सीधे तौर पर इसका संज्ञान लिया है और आदेश दिया है कि नगर आयुक्त इकबालसिंह चहल खुद मुंबई की जर्जर सड़कों पर रिपोर्ट पेश करें|
#BombayHighCourt is hearing a contempt plea filed by lawyer Ruju Thakker on the poor condition of pothole-ridden roads in Mumbai.
Hearing before the bench of CJ Dipankar Datta and Justice Madhav Jamdar. pic.twitter.com/QflNdBGjzP
— Live Law (@LiveLawIndia) September 22, 2022
बॉम्बे हाई कोर्ट ने दो साल पहले मुंबई की सडकों को लेकर एक टिप्पणी की थी कि मुंबई की सड़कें कोलकाता से बेहतर हैं, लेकिन दो साल में स्थिति काफी बदल गई है। आज हमारी एक अलग राय है। मुंबई नगर निगम बहुत समृद्ध है। कोर्ट ने कहा कि नगर पालिका को लोगों के कल्याण के लिए पैसा खर्च करना चाहिए।