ठाकरे समूह के शिवसेना के अरविंद सावंत ने दोपहर में मीडिया से बातचीत की| चुनाव आयोग ने धनुष-बाण के चिन्ह को फ्रिज कर दिया। इस संबंध में अरविंद सावंत ने कहा, शिंदे समूह की कोई हस्ती नहीं है| चुनाव आयोग ने चुनाव चिन्ह को सील कर दिया। यह बिल्कुल गलत है। क्या आवेदक अंधेरी में चुनाव लड़ने जा रहे हैं? भाजपा चुनाव नहीं लड़ेगी। लेकिन ये भाजपा का एजेंडा है|
अरविंद सावंत ने दुख जताते हुए कहा कि शिवसेना के प्रतिक सिंबल को फ्रिज किया गया। लेकिन हमारा खून जल गया। हम इस सब से नहीं डरेंगे, ऐसा लग रहा था कि भाजपा नेता इस तरह का व्यवहार करेंगे। देश के गृह मंत्री का कहना है कि असली शिवसेना शिंदे गुट की है|अरविंद सावंत ने भी आलोचना की कि वह जज बन गए हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा प्रवक्ता कहते हैं। पांच साल तक कुछ नहीं होगा। यह जरूरी है कि सभी लोग इसे जानें। शिंदे गुट के लोगों ने शिवसेना की पीठ में छुरा घोंपा है|अरविंद सावंत ने शिंदे गुट पर हमला बोलते हुए कहा कि ये कठपुतली भाजपा के इशारे पर नाच रही है|चुनाव आयोग कैसे काम कर रहा है? चार घंटे में फैसला दी गई जानकारी की जांच नहीं कर रहे हैं। मालूम हो कि चुनाव आयोग नोटरी से जानकारी न लेकर किसी की सलाह पर फैसला ले रहा है| उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना के 56 विधायक चुने गए| भाजपा गद्दार पार्टी है।
सावंत कहा कि यह सही नहीं है, उन्होंने फैसला किया है कि वह लोकतंत्र में विश्वास नहीं करना चाहते हैं। बाबासाहेब के संविधान की अनदेखी की गई है सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स गुलाम हो गए हैं। यह दुनिया जानती है। चुनाव आयोग एक न्यायिक निकाय है। किसी की सलाह के आधार पर फैसला देना सही नहीं है|
उद्धव ठाकरे के दिए गए हलफनामे पर नकली रबर स्टांप का प्रयोग ?