दिवाली से पहले स्पाइसजेट के लिए एक अच्छी खबर है। एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए ने स्पाइसजेट पर लगे 50% उड़ान संचालित करने के प्रतिबंध को हटा लिया है। दरअसल स्पाइसजेट की उड़ानों में लगातार आ रही तकनीकी खामियों को देखते हुए नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने बीते जुलाई माह में स्पाइसजेट पर प्रतिबंध लगाया था। हालांकि अब 30 अक्टूबर से स्पाइसजेट इस विंटर सेशन में अपनी पूरी 100% क्षमता के साथ उड़ान भर सकेगी। इसमें स्पाइसजेट को अगले 8 हफ्तों तक सिर्फ 50 फीसदी उड़ानों को ही संचालित करने का आदेश दिया था। जिसके बाद स्पाइसजेट को एक सप्ताह में अधिकतम 2,096 उड़ान प्रस्थान की अनुमति दी गई थी। इसे बाद में 21 सितंबर में और आगे बढ़ा दिया था। वहीं अब डीजीसीए ने स्पाइसजेट पर लगे इस प्रतिबंध को हटा लिया है।
अभी हाल ही में विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने पायलटों की सैलरी बढ़ाई थी। वहीं बढ़ी हुई सैलरी नवंबर से लागू होगी। इसके साथ ही अब 80 घंटे की उड़ान के लिए कैप्टन को सात लाख रुपये प्रतिमाह मिलेंगे। इसके अलावा प्रशिक्षकों और वरिष्ठ ‘फर्स्ट ऑफिसर’ के वेतन भी बढ़ाए गए हैं। जबकि पायलटों के मूल वेतन में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है और अगस्त की तुलना में सितंबर में प्रशिक्षकों का वेतन 10 फीसदी तक अधिक और कैप्टन एवं फर्स्ट ऑफिसर का वेतन आठ फीसदी अधिक रहा है। जबकि अक्टूबर में कैप्टन और फर्स्ट ऑफिसर का वेतन फिर 22 फीसदी बढ़ा दिया गया।
30 अक्टूबर से डीजीसीए द्वारा शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र में घरेलू मार्गों पर हर 21,941 उड़ानों में से इंडिगो सबसे ज्यादा 10,085 और स्पाइसजेट 3,193 उड़ानों को संचालित करेगी। एयर इंडिया 1,990 उड़ान, विस्तारा 1,941, एयर एशिया 1,462, गोएयर 1,390, एलायंस एयर 1,034, अकासा एयर 479, फ्लाई बिग 214 और स्टार एयर 153 उड़ानों को संचालित करेगी। यह शीतकालीन कार्यक्रम 30 अक्टूबर 2022 से 25 मार्च 2023 तक प्रभावी रहेगा।
ये भी देखें
अदाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर को मिला प्रतिष्ठित “स्टीवी अवार्ड 2022”