रूस व बेलारूस के बाद अब ईरान को भी तगड़ा झटका लगा है। दरअसल ईरान को भी अब नोबेल पुरस्कार समारोह से बाहर कर दिया गया है। प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कारों का प्रबंधन करने वाले निजी फाउंडेशन ने शुक्रवार 28 अक्टूबर को यह जानकारी दी। इससे पहले यूक्रेन में युद्ध को लेकर रूस और बेलारूस के दूतों को इस कार्यक्रम में शामिल होने से रोक दिया गया था।
बता दें कि ईरान के राजदूत को देश में ‘गंभीर स्थिति’ के कारण स्टॉकहोम में इस साल के नोबेल पुरस्कार समारोह से बाहर रखा गया है। नोबेल फाउंडेशन ने एक बयान में कहा कि हमारा मानना है कि ईरान के राजदूत को उनके देश की गंभीर और बिगड़ती स्थिति को देखते हुए नोबेल पुरस्कार समारोह में आमंत्रित नहीं किया जाना चाहिए।’ वहीं ईरान में पिछले कुछ दिनों से हिजाब के खिलाफ में देशभर में विरोध प्रदर्शन चल रहा है। प्रदर्शन में अब तक सौ से अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी है। कई शहरों में आगजनी की घटनाएं भी देखने को मिली थी।
फाउंडेशन ने यह भी कहा कि वह अप्रवासन विरोधी स्वीडन डेमोक्रेट्स को छोड़कर स्वीडिश संसद में सभी दलों के नेताओं को 10 दिसंबर को होनेवाले कार्यक्रम में आमंत्रित करने की अपनी प्रथा को जारी रखेगा। नोबेल पुरस्कार हर साल 10 दिसंबर को दिया जाता है। वजह है कि इस पुरस्कार के संस्थापक अल्फ्रेड नोबेल की मृत्यु 1896 में 10 दिसंबर को ही हुई थी।
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