ISTRO ने जनवरी 2018 से नवंबर 2022 तक कई विदेशी उपग्रहों को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। व्यावसायिक प्रक्षेपण के क्षेत्र में इसरो के लिए यह एक बड़ा कदम है। ISTRO ने व्यावसायिक प्रक्षेपणों की मदद से 19 देशों के 177 उपग्रहों का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया है। इन 19 देशों में ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, कोलंबिया, फिनलैंड, फ्रांस, इजरायल, इटली, जापान, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, मलेशिया, नीदरलैंड, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, स्पेन, स्विट्जरलैंड, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, ISTRO ने कमर्शियल कॉन्ट्रैक्ट के तहत कई अंतरराष्ट्रीय सैटेलाइट लॉन्च किए हैं| PSLV और जियो सिंक्रोनस (GSLV-MKIII) सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल, जिसे अब वाणिज्यिक अनुबंध के तहत LVM-3 के रूप में जाना जाता है। इन लॉन्चरों से होने वाली कमाई भी शामिल है। केंद्रीय मंत्री ने राज्यसभा को बताया कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (आईएसटीआरओ) ने इन वाणिज्यिक उड़ानों से लगभग 1100 करोड़ रुपये (94 मिलियन डॉलर और 46 मिलियन यूरो) कमाए हैं।
इस साल की शुरुआत में, इस्ट्रो ने LVM-3 के एक ही मिशन में 36 वनवेब उपग्रह लॉन्च किए। इतिहास में पहली बार, एक भारतीय कंपनी, स्काईरूट एयरोस्पेस ने 18 नवंबर, 2022 को एक वाणिज्यिक और निजी रॉकेट लॉन्च किया। इस अभियान में रॉकेट विक्रम एस का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया गया।
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