पुरानी पेंशन की मांग को लेकर महाराष्ट्र के तहसीलदार, नायब तहसीलदार, डिप्टी कलेक्टर 27 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे| उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर हड़ताल पर जाने का नोटिस दिया है। ऐसे में मुआवजा पंचनामा की प्रक्रिया में देरी होने की संभावना है।
रविवार को हुई संगठन की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। महाराष्ट्र तहसीलदार संघ की ओर से कहा गया कि वे इस दौरान कानून व्यवस्था और प्राकृतिक आपदा को लेकर काम करेंगे| हालांकि, अगर नायब तहसीलदारों के राजपत्रित वर्ग 2 ग्रेड पे की मांग नहीं मानी जाती है, तो तहसीलदार एसोसिएशन ने 3 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है|
इस संबंध में राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर सूचित किया गया कि वे हड़ताल पर जा रहे हैं| इसलिए तीन अप्रैल के बाद नुकसान भरपाई का पंचनामा और किसानों को मदद की प्रक्रिया में देरी होने की संभावना है|
बैठक में लिये गये निर्णय : 27 मार्च से पेन बंद आंदोलन के माध्यम से तहसीलदार, नायब तहसीलदार होंगे सक्रिय भागीदार | कानून व्यवस्था और प्राकृतिक आपदा से जुड़े काम पूरे होंगे। कलम आंदोलन के दौरान इन दो विषयों को छोड़कर कोई अन्य आंदोलन नहीं होगा मांग नहीं माने जाने पर तीन जुलाई से संगठन की अनिश्चितकालीन हड़ताल भी जारी रहेगी|
पुरानी पेंशन की मांग को लेकर राज्य भर के विभिन्न विभागों के सरकारी कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं और आज इस हड़ताल का सातवां दिन है| इस मांग को लेकर हड़ताली कर्मचारियों ने हड़ताल का आह्वान किया है। सरकारी कर्मचारियों द्वारा इस सप्ताह हड़ताल की अवधि में विभिन्न कार्यक्रमों का क्रियान्वयन किया जाने वाला है|
अस्पताल, प्रशासनिक और कृषि पंचनामा ठप : सरकारी कर्मचारियों की हड़ताल शुरू हुए सात दिन बीत चुके हैं, लेकिन सरकार ने अभी तक हड़ताल पर ध्यान नहीं दिया है| इस हड़ताल के कारण राज्य में कई जगहों पर प्रशासनिक कामकाज बाधित हुआ है|
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