ग्लोबल ट्रेड एंड टेक्नोलॉजी काउंसिल के सहयोग से मोलिटिक्स ने ओको, द ललित नई दिल्ली में विश्व जल दिवस पर एक चर्चा आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में जीटीटीसीआई के राजदूत, राजनयिकों और कई विशिष्ट अतिथियों भी शामिल हुए। इस दौरान, जल बचाने और उसके सदुपयोग पर चर्चा की गई। भारत में ऐसे कई हिस्से है जहां बड़े पैमाने पर पानी की कमी है। इस मौके पर जनता से जल संरक्षण जागरूक होने और उसके तरीकों के बारे में जानकारी दी गई।
वैश्विक जल संकट: गौरतलब है कि हर साल 22 मार्च को विश्व जल दिवस और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। इस वर्ष “त्वरित परिवर्तन” विषय का उपयोग करते हुए, लोगों को पानी के उपयोग, उपभोग और प्रबंधन के तरीकों को बदलने के लिए एक अभियान शुरू किया गया। यह अभियान वैश्विक जल संकट को दूर करने के लिए जागरूकता पर प्रकाश डालता है।
जल का सदुपयोग करेंगे और बर्बाद होने से बचाएं: बीजेपी नेता वागीश पाठक ने कहा कि “इस विश्व जल दिवस पर, मैं सभी नागरिकों से आह्वान करता हूं कि वे जल संसाधनों के संरक्षण और सुरक्षा के लिए सरकार के प्रयासों के साथ आएं। आइए संकल्प लें कि जल का सदुपयोग करेंगे और इसे बर्बाद होने से बचाएं। उन्होंने कहा कि हम अपनी जल सुरक्षा को बढ़ाने के लिए वर्षा जल संचयन और भूजल पुनर्भरण के लिए तैयार रहना चाहिए।
पानी जीवन के लिए आवश्यक है: पीयूष द्विवेदी ने कहा कि “जैसा कि सभी जानते हैं, पानी जीवन के लिए आवश्यक है और यह हमारी जिम्मेदारी है। भारत एक ऐसा देश है जल संकट है, जिसमें कई क्षेत्र पानी की गंभीर कमी से जूझ रहे हैं। हमें इस चुनौती से निपटने के लिए तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।
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