पीएम मोदी नई संसद में अपने संबोधन में अपने नौ साल का रिपोर्ट कार्ड भी साझा किया। उन्होंने कहा कि अगर कोई विशेषज्ञ नौ साल का आकलन करेगा तो पायेगा कि ये नौ साल भारत में नव निर्माण के रहे हैं। गरीबों के कल्याण के रहे हैं। आज हमें नई संसद के निर्माण पर गौरव है तो इन नौ सालों में गरीबों के लिए बने चार करोड़ मकान हमें संतोष देते हैं।
आज जब हम भव्य इमारत को देखकर अपना सिर ऊंचा कर रहे हैं तो हमें नौ सालों में बने 11 करोड़ बने शौचालयों पर भी संतोष है। जो महिलाओं की गरिमा की रक्षा की। आज जब हम सुविधाओं की बात करते हैं तो हमें नौ सालों में गांवों में चार लाख किमी से ज्यादा बनी सड़कों पर हमें संतोष है। आज जब हम उत्सव मना रहे है कि नई संसद का निर्माण किये है तो हमें 30 हजार से ज्यादा नए पंचायत भवन भी बनाये हैं। यानि कहा जा सकता है कि पंचायत से लेकर संसद भवन तक हमारी निष्ठा एक ही है। हमारी प्रेरणा एक ही है। यानी देश का विकास देश के लोगों का विकास।
पीएम मोदी ने उपस्थित गणमान्य को लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि लोकसभा का आंतरिक हिस्सा राष्ट्रीय पक्षी मोर पर आधारित है जबकि राज्यसभा का हिस्सा राष्ट्रीय फूल कमल पर आधारित है। वहीं, संसद के प्रांगण में राष्ट्रीय वृक्ष बरगद भी है। इस नई संसद में हमारे देश अलग अलग हिस्सों की विविधता समाहित है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत न केवल लोकतंत्र का सबसे बड़ा देश है बल्कि मदर ऑफ़ डेमोक्रेसी भी है। यह वैश्विक लोकतंत्र की नींव है। लोकतंत्र हमारा संस्कार, विचार और परम्परा है।
ये भी पढ़ें
नई संसद का अपमान? RJD ने ताबूत की तस्वीर की शेयर,बढ़ा बवाल कहा…..
नए संसद भवन का उद्घाटन समारोह: फिल्म उद्योग से तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं!
PM मोदी ने नई संसद भवन में सांष्टांग प्रणाम कर सेंगोल को किया स्थापित