भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर से चुनाव टिकट दिया गया है| वह फिलहाल इंदौर में चुनाव प्रचार कर रहे हैं| इसी बीच उनकी पिछली भविष्यवाणी देखने को मिली| इंदौर में गणेश विसर्जन के दौरान गणेश भक्तों के स्वागत के लिए भाजपा और कांग्रेस ने अलग-अलग मंच बनाए थे| इस मौके पर कैलाश विजयवर्गीय ने भाजपा के मंच से देशभक्ति के गीत गाए और दर्शकों में एक अनोखा उत्साह पैदा कर दिया| एक कांग्रेस कार्यकर्ता भी विजयवर्गीय के गाने पर डांस करते नजर आए|
कैलाश विजयवर्गीय ‘ये देश हैं वीर जवानों का’ गाना गा रहे थे, इसी दौरान सामने मंच पर कई कांग्रेस कार्यकर्ता जोश में नाचते नजर आए| वहां मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपने राजनीतिक मतभेद भुलाकर खुशी से हाथ उठाकर विजयवर्गीय के गाने पर डांस किया| कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नाचता देख कैलाश विजयवर्गीय ने जोर-जोर से गाना शुरू कर दिया|इस समय मंच के नीचे मौजूद लोग भी खुशी से नाचते नजर आ रहे हैं| लोगों की फरमाइश पर विजयवर्गीय ने तीन-चार गाने गाए और लोगों की वाहवाही लूटी| उनके कई वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं|
विनोद नाम के ट्विटर यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, ”अगर कांग्रेसी सुपर कैलाश विजयवर्गीय के गाने पर डांस कर रहे हैं तो इसके कई राजनीतिक मायने निकाले जा सकते हैं| यूजर्स की तरफ से भी खूब प्रतिक्रियाएं आ रही हैं| एक यूजर ने लिखा, ‘बहुत बढ़िया! राजनीति में ऐसे और भी मामले देखने चाहिए| ऐसी घटनाएं होती रहनी चाहिए| ‘
एक अन्य यूजर ने लिखा कि 2014 से पहले राजनीति ऐसी ही थी| नेता एक-दूसरे की पार्टी या व्यक्ति के वैचारिक विरोधी थे, लेकिन कोई दुश्मन नहीं था| फिर आई ‘द वन एंड ओनली’ मर्चेंट ऑफ हेट। तीसरे यूजर ने कहा है कि बहुत दिनों बाद राजनीति में इतनी खूबसूरत तस्वीर देखने को मिली है| ऐसे में भाजपा नेता विजयवर्गीय के गाने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के डांस का वीडियो देखने के बाद लोगों ने कहा है कि यह सकारात्मक राजनीति का अच्छा उदाहरण है|
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा नेता के गाने पर किया डांस भाजपा ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की दूसरी सूची की घोषणा कर दी है, जिसमें कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर-1 से पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया है| टिकट मिलने के बाद कैलाश विजयवर्गीय ने हैरानी जताते हुए कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे|
यह भी पढ़ें-
ओबीसी आंदोलन: फडणवीस ने कहा, ‘आरक्षण देने में मराठों की भूमिका है, लेकिन..!’