मराठा समाज पीड़ित है| मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपनी बात पर कायम हैं| मुख्यमंत्री शिंदे को उस छवि को साकार करना चाहिए।’ शाम तक मराठा समाज को आरक्षण दिया जाना चाहिए|अन्यथा, महाराष्ट्र में यह संदेश जाएगा कि आप भी मराठा समुदाय के साथ लड़ रहे हैं, मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे-पाटिल ने कहा।
मनोज जरांगे-पाटिल ने कहा, ”सरकार को आज शाम तक का समय दिया गया है| मराठा आरक्षण को लेकर सरकार शाम तक फैसला ले| मैं बाद में दरवाजे पर भी नहीं आना चाहता|सरकार को आरक्षण लेकर प्रवेश करना चाहिए। समझा गया कि फोन मंत्री गिरीश महाजन का आया है, लेकिन, हम चर्चा तभी करेंगे जब आरक्षण देना होगा| अन्यथा चर्चा नहीं करेंगे| सरकार को एक घंटा भी नहीं दिया जाएगा।”
“मुख्यमंत्री को छवि खराब नहीं करनी चाहिए”: “मराठा समाज पीड़ित है। मुख्यमंत्री शिंदे अपनी बात पर कायम हैं|मुख्यमंत्री को उस छवि को साकार करना चाहिए| मुख्यमंत्री को छवि खराब नहीं करनी चाहिए| शिंदे को पद से ज्यादा समाज के गरीबों के दर्द को महत्व देना चाहिए| शाम तक मराठा समाज को आरक्षण मिलना चाहिए| तो आपके बारे में कोई गलतफहमी नहीं रहेगी| अन्यथा, राज्य को संदेश भेजा जाएगा कि आप भी धोखाधड़ी कर रहे हैं,” जरांगे-पाटिल ने कहा।
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