मराठा आरक्षण को लेकर शुरू हुआ आंदोलन जैसे-जैसे उग्र होता जा रहा है, राजनीतिक नेताओं और जनता के प्रतिनिधियों के खिलाफ प्रदर्शनकारियों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है|सोलापुर जिले में राज्य विधानसभा के बहुमत ने प्रशासन और नेताओं को निशाना बनाने के मद्देनजर आंदोलनकारियों के गुस्से को शांत करने के लिए एक दिवसीय विशेष सत्र बुलाने की मांग उठाई है।
सोलापुर जिले में मराठा प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार समेत अन्य मंत्रियों और स्थानीय विधायकों-खासदारों के पुतले जला रहे हैं, शवयात्रा निकाल रहे हैं और काला तारकोल बिछा रहे हैं| भाजपा के कोंकण संभाग के शिक्षक विधायक ज्ञानेश्वर म्हात्रे की सोलापुर में पिटाई के बाद भाजपा के पूर्व सहकारिता मंत्री की हॉटगी स्ट्रीट पर पिटाई कर दी गई, विधायक सुभाष देशमुख उनके आवास पर पहुंचे और उन पर सीधा हमला बोल दिया| उस समय किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस ने विधायक देशमुख के घर के बाहर बड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी है|
माढ़ा के वरिष्ठ राकांपा विधायक बबनराव शिंदे और उनके बेटे और सोलापुर जिला सहकारी दुग्ध संघ के अध्यक्ष रंजीत सिंह शिंदे ने मराठा आरक्षण आंदोलन के बारे में कथित तौर पर आपत्तिजनक बयान देने के कारण उनके खिलाफ आंदोलनकारियों की नाराजगी बढ़ा दी है। इसीलिए विधायक शिंदे को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी पड़ी| दूसरी ओर, चूंकि उनके बेटे रणजीत सिंह शिंदे ने मराठा आरक्षण आंदोलन में उनके द्वारा दिए गए 50,000 रुपये के दान का उल्लेख किया था, इसलिए प्रदर्शनकारियों ने शिंदे को दान राशि वापस करने के लिए एक याचिका एकत्र की है।
इसलिए मराठा प्रदर्शनकारियों में शिंदे परिवार के खिलाफ गुस्सा खत्म नहीं हुआ है| इसी पृष्ठभूमि में विधायक बबनराव शिंदे ने मराठा प्रदर्शनकारियों से माफी मांगते हुए मांग की है कि राज्य सरकार तुरंत विधानमंडल का एक दिवसीय सत्र बुलाए| मराठा आरक्षण के लिए| इसके अलावा बीजेपी विधायक रंजीत सिंह मोहिते-पाटिल ने विधानमंडल का विशेष सत्र बुलाने की मांग करते हुए मांग की है कि सरकार मराठा आरक्षण पर फैसले में देरी किए बिना संवेदनशील और तत्काल निर्णय ले|
अक्कलकोट विधायक सचिन कल्याणशेट्टी, मालशिरस विधायक राम सातपुते, बार्शी विधायक राजेंद्र राऊत, सोलापुर शहर उत्तर विधायक विजय देशमुख, सोलापुर दक्षिण विधायक सुभाष देशमुख, सांगोला विधायक एडवोकेट शाहजी बापू पाटिल, मोहोल विधायक यशवंत माने, पंढरपुर- मंगलवेधा विधायक साधन अवताडे आदि ने राज्य विधानमंडल के एक दिवसीय विशेष सत्र की मांग की है। तर्क दिया जा रहा है कि जनप्रतिनिधियों की मंशा प्रदर्शनकारियों के गुस्से को उनके घरों तक पहुंचने से रोकना है|
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