राम मंदिर पर विवादित बयान देकर AIMIM के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी फंस गए है। हिन्दू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने ओवैसी के बयान खिलाफ दिल्ली में शिकायत दर्ज कराई है। इसके अलावा बीजेपी नेता अमित मालवीय ने भी एक पोस्ट शेयर कर ओवैसी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि जब हैदराबाद में सचिवालय के लिए मस्जिदों को तोड़ा गया तो उस समय ओवैसी क्यों नहीं कुछ बोले।
गौरतलब है कि हिन्दू सेना ने अपनी शिकायत में कहा है कि ओवैसी भड़काऊ बयान देकर देश में साम्प्रदायिक वैमनस्य फैलाना चाहते हैं। राममंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हुआ है। वहीं, मुस्लिम पक्ष को मस्जिद के लिए अलग से जमीन दी गई है। लेकिन ओवैसी ने मुस्लिम युवाओं को जिस प्रकार से उकसाया वह गलत है। आगे कहा गया है कि ओवैसी बंधु देश में साम्प्रदायिक तनाव फैलाना चाहते हैं।
बीजेपी-VHP का पलटवार: नेता और आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय ने ओवैसी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को ओवैसी धार्मिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि 2020 में जब सचिवालय के निर्माण के लिए दो मस्जिदों को ध्वस्त कर दिया गया था तब ओवैसी ने कुछ नहीं बोला था। इसके साथ ही विश्व हिन्दू परिषद ने भी ओवैसी के बयान पर पलटवार किया है। विश्व हिन्दू परिषद ने कहा कि ओवैसी ने संविधान कला अपमान किया है। इस तरह का बयान दुर्भाग्यपूर्ण हैं। वे एक सांसद हैं। वे शायद भूल गए हैं कि उन्होंने संविधान की शपथ ली है।
मुस्लिम युवाओं को उकसाया: बता दें कि, ओवैसी ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी ताकत को बरक़रार रखो और मस्जिदों को आबाद रखो। कहीं ऐसा न हो कि हमारी मस्जिदें छीन लीं जाएं। उन्होंने कहा कि जहां हमने 500 साल तक सजदा किया आज वह जगह हमारे पास नहीं है। उन्होंने मुस्लिम युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवा लोगों क्या आपको दिखाई नहीं दे रहा है की तीन चार और मस्जिदों के खिलाफ साजिश हो रही है। जिसमें दिल्ली की सुनहरी मस्जिद भी शामिल है। ओवैसी ने इस दौरान मुस्लिम युवाओं को एकजुट और अलर्ट रहने को कहा।
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