हालांकि सरकार ने मराठा समुदाय के सदस्यों के लिए आरक्षण की मांग को मंजूरी दे दी है,लेकिन सरकार द्वारा दिए गए मसौदे के अनुसार,ओबीसी के साथ कोई अन्याय नहीं किया जाएगा। इसलिए,राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बबनराव तावडे ने आरोप लगाया कि मंत्री भुजबल और विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार समाज को गुमराह कर रहे हैं।
मराठा आरक्षण को लेकर जारी ड्राफ्ट का मतलब पितृसत्ता बताया गया है| हमें इससे कोई विरोध नहीं है क्योंकि सरकार ओबीसी की बैठक में अपनी बात रख चुकी है|दादा, पिता का प्रमाण हो तो कोई आपत्ति नहीं। उन्होंने स्पष्ट किया कि ओबीसी के आरक्षण को कोई झटका नहीं है|मराठा समुदाय को लेकर सरकार ने जो मसौदा तैयार किया है, उसमें वडेट्टीवार और भुजबल को सच्चाई सामने लानी चाहिए|तावडे ने यह भी कहा कि राजनीतिक स्वार्थ के लिए समाज को गुमराह नहीं किया जाना चाहिए|
उन्होंने कहा कि वह जल्द ही दोनों नेताओं से मिलेंगे और उनसे चर्चा करेंगे|सरकार ने वादा किया है कि ओबीसी के साथ कोई अन्याय नहीं होगा| केवल उन्हीं को ओबीसी श्रेणी में शामिल किया जाएगा जिनकी राजस्व प्रमाण पत्र में प्रविष्टि मराठा कुनबी या कुनबी मराठा है। दरअसल ओबीसी में 400 जातियां शामिल हैं| राजस्व प्रमाण पत्र में जो प्रविष्टि पाई जाती है वह पहले से ही छूट का लाभ उठा रहा है।
नागपुर जिले में 2 लाख 90 हजार या विदर्भ में 9 लाख पुराने रिकॉर्ड हैं। नया ओबीसी प्रमाणपत्र जारी करने का कोई मसला नहीं है| हालांकि समाज में यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि राज्य के नेताओं द्वारा 2 करोड़ मराठों को नये सिरे से शामिल किया जा रहा है| तावडे ने यह भी कहा कि इस गलतफहमी को रोका जाना चाहिए|
जनजगुण जनजागृति रथ यात्रा आज से: राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ की ओर से नागपुर जिले में ओबीसी जनजागृति रथ यात्रा का आयोजन किया जायेगा|इस यात्रा का नेतृत्व महासंघ के नागपुर जिला ग्रामीण अध्यक्ष राजू चौधरी करेंगे| यात्रा बुधवार सुबह 9 बजे दीक्षाभूमि से शुरू होगी। तावडे ने बताया कि यह यात्रा 5 फरवरी तक जिले के विभिन्न गांवों में जायेगी|
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