राज्य के मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी पार्टी के प्रमुख अजित पवार ने मुख्यमंत्री बनने की अपनी इच्छा को किसी से छिपाया नहीं है। उनके साथ के नेता भी कई बार कह चुके हैं कि अजित पवार ही मुख्यमंत्री पद के लिए सही नेता हैं|मुख्यमंत्री पद को लेकर एनसीपी कार्यकर्ता काफी आक्रामक रुख अपनाते नजर आ सकते हैं| अब मुख्यमंत्री की इस पोस्ट पर खुद अजित पवार ने कमेंट किया है|पुणे में एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को एक अहम सलाह दी है|
‘दो महीने में होंगे लोकसभा चुनाव, उसके लिए…:’ पुणे में नेशनलिस्ट पार्टी की रैली आयोजित की गई| इस मौके पर बोलते हुए अजित पवार ने सलाह दी कि कार्यकर्ता पूरी क्षमता से काम करें| लोकसभा चुनाव दो महीने में होंगे। एक माह के अंदर आचार संहिता जारी कर दी जायेगी| इस चुनाव में महायुति का उम्मीदवार चुना जाता है|
राकांपा कार्यकर्ताओं को इसमें कमी नहीं रहनी चाहिए।’गुटबाजी की राजनीति बिल्कुल न करें। काम करते समय सौ प्रतिशत आपके मन के मुताबिक काम नहीं होता। हम लोकतंत्र में काम करते हैं| हमें समझना चाहिए कि बहुत से लोग क्या सोचते हैं| उसके बाद, अजित पवार ने कहा कि बहुमत का सम्मान करते हुए निर्णय लेना होगा।
“जाति, रिश्ते-नाते की राजनीति नहीं”: कभी-कभी जिद की जाती है कि मेरा पोस्टर लगे, मेरा बोर्ड लगे। लेकिन मेरी आपसे हाथ जोड़कर विनती है कि जिला अध्यक्ष, बड़े पदाधिकारियों को निचले कार्यकर्ताओं से ऐसी उम्मीद नहीं करनी चाहिए| आपने पहले भी कईयों को मौका दिया है|
चयन करते समय जाति एवं रिश्तों की राजनीति नहीं की जानी चाहिए। चयन करते समय सभी समाज, तत्वों को देखा जाना चाहिए। अजित पवार ने अपने पदाधिकारियों को सलाह दी कि पदाधिकारियों के बीच सभी को आवारा और अल्पसंख्यक के रूप में देखा जाना चाहिए।
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