प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास किया। शिलान्यास समारोह के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और श्री कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम के साथ पूजा की।
इसके बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम और पुजारियों ने पीएम मोदी को श्री कल्कि धाम मंदिर का प्रस्तावित मॉडल की जानकारी दिया। इस मौके पर पीएम मोदी ने मंदिर के एक मॉडल का भी अनावरण किया। शिलान्यास समारोह के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने एक सभा को संबोधित किया जहां उन्होंने चंदा पर चुटकी ली। उन्होंने इशारों -इशारों में कहा कि दान को भ्रष्टाचार समझा जा रहा है।
#WATCH उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संभल में कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह के दौरान पूजा की।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और श्री कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम भी मौजूद हैं। pic.twitter.com/ARN0qgIpy6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 19, 2024
तो सुप्रीम कोर्ट फैसला देता भगवान कृष्ण ने भ्रष्टाचार किया
पीएम मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ”उन्होंने (आचार्य प्रमोद कृष्णम) ने कहा था कि हर किसी के पास देने के लिए कुछ न कुछ है, लेकिन मेरे पास कुछ नहीं है, मैं केवल अपनी भावनाएं व्यक्त कर सकता हूं। अच्छा हुआ कुछ दिया नहीं। आज समय बहुत बदल गया। आज के युग में सुदामा श्रीकृष्ण को चावल की पोटली देते और वीडियो वायरल हो जाता और इस पर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर हो जाती। उन्होंने कहा आगे कहा कि और इस पर फैसला आ जाता कि भगवान श्रीकृष्ण को कुछ दिया गया है। भगवान कृष्ण भ्रष्टाचार कर रहे थे।
मंदिर बन रहे हैं तो कॉलेज भी बन रहे
पीएम मोदी ने कहा कि अयोध्या में रामलला के विराजमान होने का अलौकिक अनुभव है। वह पल आज भी भावुक कर देते हैं। उन्होंने कहा कि एक ओर धार्मिक तीर्थों का विकास हो रहा है तो शहरों में इंफ़्रा तैयार हो रहे हैं। मंदिर बन रहे हैं तो कॉलेज भी बन रहे हैं। विदेशी निवेश भी हो रहा है। समय का पहिया घूम चुका है।
मंदिर के निर्माण लगेगा 5 साल का समय
बता दें कि पीएम मोदी कांग्रेस से निष्कासित नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम के न्योते पर संभल पहुंचे थे। इस समारोह में कई संत और धर्मगुरु और जानी मानी हस्तियां शामिल हुई थीं। कल्कि धाम का पूजन कार्य महाकाल के महात्मा ने वैदिक मंत्रों के साथ संपन्न कराया। मंदिर में दस गर्भगृह होंगे। जिसमें भगवान के दसों रूपों को रखा जाएगा। कल्कि धाम पांच एकड़ में बन रहा है साथ ही इसके निर्माण में 5 साल का समय लगेगा।
#WATCH उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज एक ओर हमारे तीर्थों का विकास हो रहा है तो दूसरी ओर शहरों में हाई टेक इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार हो रहा है। आज अगर मंदिर बन रहे हैं तो देश भर में नए मेडिकल कॉलेज भी बन रहे हैं… यह परिवर्तन इस बात का प्रमाण है कि समय का… pic.twitter.com/EJuzJmpAtX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 19, 2024
मंदिर निर्माण में गुलाबी पत्थरों का इस्तेमाल
इस मंदिर निर्माण राजस्थान के भरतपुर जिले में स्थित बंशी पहाड़पुर के गुलाबी पत्थरों से किया जाएगा। गुजरात का सोमनाथ मंदिर और अयोध्या का राम मंदिर इसी गुलाबी पत्थर से बनाया गया है। कल्कि धाम का मंदिर 11 फीट ऊंचे चबूतरे पर होगा। इसके शिखर की ऊंचाई 180 फीट होगी ,जबकि मंदिर के निर्माण में कहीं भी लोहे या स्टील का इस्तेमाल नहीं होगा।
कौन हैं भगवान कल्कि?
दरअसल, पौराणिक मान्यताओं में कहा गया है कि जब कलयुग में पाप चरम पर रहेगा तो भगवान विष्णु कल्कि के रूप में दसवें अवतार लेंगे जो दुष्टों का सर्वनाश करेंगे। मान्यताओं के अनुसार कलयुग 432000 साल का होगा। अभी कलयुग का पहला चरण चल रहा है। जब कलयुग का अंतिम चरण शुरू होगा तब भगवान कल्कि अवतरित होंगे। इस तरह से देखा जाए तो संभल में कल्कि धाम पहला मंदिर होगा जो उनके जन्म से पहले ही उनकी की मूर्ति होगी।
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