पिछले वर्ष (2023) लद्दाख के कुन माउन्ट पर हिमस्खलन के बाद हाई औलटीटुड वॉरफेर स्कूल के 38 जवानों की जान जोखिम में पड़ गई थी। इस दुर्घटना के बीच एक जवान की तुरंत मृत्यु हुई थी और 3 जवान लापता हो गए। अभी नौ महीनों बाद उन तीन लापता जवानों के शव बर्फ में दबे मिले है।
हाई औलटीटुड वॉरफेर स्कूल (HAWS) के डिप्टी कमांडेंट ब्रिगेडियर एस.एस.शेखावत ने इस ऑपरेशन में टीम का नेतृत्व किया। ब्रिग्रेडियर शिखावत एक अनुभवी माउंटेन क्लाइम्बर है, जो तीन बार माउन्ट एवरेस्ट चढ़ने के लिए जाने जाते है। यह मिशन उनके जीवन का सबसे कठिनतम और चुनौतीपूर्ण मिशन था ऐसा निवेदन भी किया है। जानकारी के अनुसार मृत जवानों के नाम हवालदार रोहित कुमार, हवालदार ठाकुर बहादुर और नायक गौतम राजवंशी है।
हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल (HAWS) के 38 सैनिकों की एक टुकड़ी लद्दाख में माउंट कून पहुंचने की राह पर थी। इस अभियान में सेना को वहां के बेहद खराब मौसम की चुनौतियों का सामना करना पड़ा। 8 अक्टूबर को कैंप 2 और कैंप 3 के बीच 18,300 फीट से ज्यादा की ऊंचाई पर फरियाबाद ग्लेशियर पर हिमस्खलन हुआ और पूरी टीम बर्फ के नीचे दब गई थीं।
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