भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान इस समय आर्थिक संकट से जूझ रहा है और इस देश के लिए अपने नागरिकों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करना मुश्किल हो गया है। ऐसे में एक नई मुसीबत ने देश के लोगों को गहरी चिंता में डाल दिया है। पाकिस्तान इस समय अपनी संसद में चूहों की बढ़ती संख्या से चिंतित है। संसद में चूहों ने घुसकर नेताओं की नींद उड़ा दी है। समस्या के समाधान के तौर पर पाकिस्तान की शाहबाज सरकार ने एक बड़ा ऐलान किया है. पाकिस्तान की नेशनल असेंबली ने इस योजना के लिए बजट में 12 लाख रुपये आवंटित किए हैं।
पाकिस्तान की संसद में चूहों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि इसका असर कामकाज पर पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार, चूहों ने पाकिस्तानी संसद में कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों को नुकसान पहुंचाया है। इस समस्या के समाधान के लिए शाहबाज सरकार ने बड़ी घोषणा की और नेशनल असेंबली ने इस योजना के लिए बजट में 12 लाख रुपये आवंटित किए हैं।
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उम्मीद है कि बजट मिलने के बाद संसद के दोनों सदनों सीनेट और नेशनल असेंबली में चूहों की बढ़ती संख्या को पेस्ट कंट्रोल के जरिए नियंत्रित करने की कोशिश के लिए एक निजी कंपनी की नियुक्ति की जाएगी। इसके अलावा वे शिकारी बिल्लियों को भी तैनात करेंगे जो चूहों का शिकार करेंगी। जानकारी के मुताबिक, संसद भवन की छत में नमी के कारण चूहों को वहां छिपने और प्रजनन करने का मौका मिल रहा है।
आपको बता दें, पाकिस्तान की संसद में साफ़-सफ़ाई का अभाव पिछले कई सालों से एक बड़ी समस्या रही है। 2022 में संसद भवन में बने दो कैफेटेरिया में कॉकरोच पाए गए थे। इसके बाद इस्लामाबाद प्रशासन ने इन्हें सील करने का आदेश दिया था, कहा जा रहा है इन दोनों बातों को लेकर सांसदों ने पहले भी शिकायत की थी।
इस बीच पाकिस्तान की स्थानीय मीडिया ने चूहों से निजात पाने के लिए पाकिस्तानी सरकार के फैसले का मजाक उड़ाया है। स्थानीय मीडिया का कहना है कि भले ही पाकिस्तानी नेताओं के पास आम लोगों की समस्याएं सुलझाने के लिए पैसे न हों, फिर भी वे उनकी समस्याएं सुलझा लेंगे।
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