महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पूरे राज्य में भाजपा के पक्ष में माहौल तैयार करने के लिए टीमें बनाई हैं। इन प्रत्येक टोलियों में 5-10 लोगों की टीम है, जो लोगों के छोटे-छोटे समूहों के साथ बैठक कर सरकार की नीतियों के बारे में बता रहे हैं। संघ की ये टीमें अपने-अपने इलाकों के मोहल्लों और स्थानीय नेटवर्क के जरिए परिवारों तक पहुंच बना रही हैं। सूत्रों के अनुसार, ये टीमें सीधे तौर पर भाजपा के लिए वोट अपील नहीं करते, बल्कि राष्ट्रीय मुद्दों, हिंदुत्व, सुशासन, लोक कल्याम और समाज के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए भाजपा सरकार के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश करती हैं।
जानकारी के अनुसार कि टीमों के गठन से पहले, आरएसएस और उसके सहयोगी संगठनों के पदाधिकारियों की बैठकें हुईं, जिनमें चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की गई।यह कदम इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल ही में संपन्न हुए हरियाणा विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत में भी संघ की अहम भूमिका रही थी।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन के पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए व्यापक जनसंपर्क कार्यक्रम शुरू कर दिया है। भाजपा का वैचारिक स्त्रोत माना जाने वाले संघ ने महाराष्ट्र में अपने सभी सहयोगी संगठनों के साथ समन्वय बनाकर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की शुरुआत कर दी है।
संघ ने हरियाणा भर में अपने सहयोगियों के साथ समन्वय कर ‘ड्राइंग रूम मीटिंग्स’ की रणनीति बनाई और हर परिवार तक पहुंचने की कोशिश की। संघ की यह कोशिश रंग लगाई और हरियाणा में सत्ता विरोधी लहर के बावजूद भाजपा लगातार तीसरी बार सत्ता कब्जाने में कामयाब रही।
संघ की टीमों के जरिए ही हरियाणा के गैर जाट मतदाताओं को ये समझाने की कोशिश की गई कि कैसे भूपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व वाली सरकार की नीतियां जाट समुदाय केंद्रित होती हैं। साथ ही विभिन्न मुद्दों को उजागर कर हरियाणा में जनमत का आकार देने में भी अहम भूमिका निभाई।
यह भी पढ़ें-
तेलंगाना: मंदिर के लिए आंदोलन करने वाले हिंदूओं पर बरसाई लाठियां !