हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली में विवादित अनधिकृत मस्जिद को ढहाने की कार्रवाई सोमवार से शुरू हो गई है। शिमला नगर निगम के कमिश्नर ने 5 अक्टूबर को इस मस्जिद की पांच में से तीन मंजिलों को गिराने का आदेश जारी किया था। इसके बाद संजौली मस्जिद कमेटी के वक्फ बोर्ड से मस्जिद गिराने की इजाजत ले ली गई है और सोमवार 21 अक्टूबर से मस्जिद गिराने का काम शुरू हो गया है।
संजौली मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ ने कहा कि शिमला में हिंदू-मुस्लिम भाईचारा कायम रहे, इसलिए हमने खुद नगर निगम कमिश्नर को पत्र लिखकर मस्जिद तोड़ने की इजाजत मांगी है। नगर निगम आयुक्त कोर्ट ने इस पर आदेश दिए, जिसके बाद हमें हिमाचल वक्फ बोर्ड से अनुमति मिल गई और सोमवार को हमने मस्जिद के नीचे तीन अवैध इमारतों को गिराने का काम शुरू कर दिया।
शिमला में संजौली मस्जिद विवाद 2010 से चल रहा है। शिमला नगर निगम से भी कई नोटिस मिले। 45 से ज्यादा मामलों की सुनवाई हुई लेकिन इस मामले ने तूल तब पकड़ा जब मुस्लिम समुदाय के कुछ युवाओं ने हिंदू समुदाय के एक युवक की पिटाई की और मुस्लिम युवक मस्जिद में छिपे। इसके बाद हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। 5 अक्टूबर को हुई सुनवाई के बाद नगर निगम कमिश्नर कोर्ट ने आदेश दिया और मस्जिद की तीन मंजिलों को गिराने की डेडलाइन दी।
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संजौली मस्जिद तोड़े जाने को लेकर शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि, कानूनी प्रक्रिया के तहत मस्जिद के अवैध हिस्से को तोड़ा जा रहा है। ऐसे में अगर विध्वंस को लेकर मस्जिद कमेटी को कोई समस्या है तो कोर्ट को लिखना चाहिए। हिमाचल जैसे शांतिपूर्ण राज्य की शांति बनाए रखने के लिए यह एक अच्छी पहल है।