उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कैबिनेट विस्तार के बाद पहली बार अपने पैतृक गांव दरे (महाबलेश्वर) आए हैं| उनके साथ हैं सांसद श्रीकांत शिंदे| प्रशासनिक तंत्र ने उनका स्वागत किया| यह दौरा तीन दिनों का है और बताया जा रहा है कि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे विश्राम के लिए आये हैं| बता दें कि महाराष्ट्र के ढाई साल सीएम रहे और अब उपमुख्यमंत्री की भूमिका संभाल रहे एकनाथ शिंदे रविवार को फिर से अपने पैतृक गांव पहुंचे। वह डिप्टी सीएम बनने के बाद पहली बार सतारा स्थिति दरेगांव पहुंचे।
वह सरकार गठन से पहले भी अपने पैतृक गांव पहुंचे थे और यहां तीन दिन ठहरे थे। तब कहा गया था कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है, इसलिए यहां आए हैं।तब भी यही चर्चाएं थीं कि वह नाराज हैं और मुख्यमंत्री पद या फिर कम से कम गृह मंत्रालय विभाग अपने लिए चाहते हैं। अब एक बार फिर से तीन दिन के लिए गांव पहुंचने से कयास तेज हैं।
गौरतलब है कि डिप्टी सीएम का तमगा और तीन भारी-भरकम मंत्रालय संभालने वाले एकनाथ शिंदे का यूं तीन दिनों के लिए गांव पहुंचना सामान्य बात नहीं है। चर्चा है कि वह प्रभारी मंत्री बनाने को लेकर मची खींचतान के बीच दबाव बनाने के लिए यहां पहुंचे हैं। एकनाथ शिंदे भाजपा नेतृत्व के सामने इसी तरह अपना रुख पेश करते रहे हैं।
हालांकि वह सार्वजनिक तौर पर लगातार कहते रहे हैं कि हमारे बीच सब कुछ सही है और किसी भी चीज के लिए तनाव नहीं है।अजित पवार संभालने जा रहे काम, फिर एकनाथ शिंदे क्यों नहीं? यही वजह है कि एकनाथ शिंदे के फिर से गांव पहुंचने पर चर्चाएं तेज हैं।
इससे पहले सत्ता गठन के दौरान उपमुख्यमंत्री शिंदे गांव आये थे, लेकिन अब कैबिनेट का विस्तार हो गया है, सत्र के बाद शिंदे गांव आए हैं| उनके गांव दरे में सुरक्षा की दृष्टी से भारी संख्या में पुलिस मौजूद है और कहा जा रहा है कि यह मुख्यमंत्री का निजी दौरा है|
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