आयुर्वेदिक दवा आयुर्कोरो-3 का कोरोना पर क्लिनिकल ट्रायल सफल 

आयुर्वेदिक दवा आयुर्कोरो-3 का कोरोना पर क्लिनिकल ट्रायल सफल 

आयुर्वेदिक दवा के जरिए कोरोना को आधे दिन में ठीक किया जा सकता है। इस दवा को हजारों  लोगों को दिया जा चुका है ,जिसका असर सकारात्मक देखने को मिला है। आने वाले समय में इस दवा को जल्द आम जनता के बीच उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है। दवा आयुर्वेद-3 का क्लीनिकल ट्रायल सफल रहा है। इस संबंध में एक शोध प्रबंध तैयार किया गया है और उसे मंजूरी दी गई है। यह दवा जल्द ही आम जनता के लिए उपलब्ध होगी।

इस संबंध में श्री सर्वेश्वर सेवा सहकार संस्था के निदेशक उमेश गायकवाड़ ने बताया कि आयुर्वेदिक पंचगव्य चिकित्सा के जरिये डॉ. जाधव व डॉ. देशमुख की सलाह पर कुर्ला और धारावी में हजारों लोगों को यह दवा दी गई। इस दवा के लेने के आधे दिन में ही कोरोना वायरस को काबू हो गया। इस दवा को धारावी और कुर्ला में पुलिस को भी दिया गया जिसका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला।

गायकवाड़ ने कहा कि भक्ति वेदांत ने आईसीएमआर के नियमों के अनुसार क्लिनिकल परीक्षण किया जो सफल रहा। वहीं, पालघर जिले के सरकारी अस्पताल में फ्रंट लाइन वर्कर,डॉक्टरों, नर्सों, वार्डबॉय आदि सहित मरीजों को भी यह दवा दी गई। जिससे लोग ठीक भी हुए।  उन्होंने बताया कि सामान्य आयुर्वेदिक दवाओं की बिक्री के लिए एफडीआई की अनुमति जरूरी है। इस दवा से जुड़े सभी औषधीय सामग्रियों को मंजूरी दी गई है।

गायकवाड़ ने बताया कि इस संबंध में शोध पत्र प्रकाशित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि ऐसे तीन पेपर प्रकाशित किए गए हैं। डब्ल्यूएचओ अलग तरीके से दवाओं को मंजूरी नहीं देता है। शोध के कागजात पत्रिकाओं में प्रकाशित किए जाने के बाद 13 डॉक्टरों के एक पैनल द्वारा इसकी जांच की जाती है। अब जब हमारा शोध प्रकाशित हो गया है, तो हम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी देगे। गायकवाड़ का कहना है कि यह दवा गोमूत्र का अर्क है, फिटकरी के पत्थर जैसा पाउडर से बना हुआ है।  उन्होंने बताया कि यह दवा जल्द ही वेबसाइट www.ayurcoro3.com पर उपलब्ध होगी।

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