कर्नाटक के मंगळुरु में बजरंग दल के कार्यकर्ता सुहास शेट्टी की दिनदहाड़े हत्या ने पूरे राज्य में सनसनी फैला दी है। धारदार हथियारों से किए गए इस हमले का वीडियो सामने आने के बाद जनाक्रोश बढ़ गया है और मंगळुरु में तनाव का माहौल गहरा गया है। घटना के बाद पुलिस ने शहर में भारी सुरक्षा बंदोबस्त कर दिए हैं, और एहतियातन संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
सुहास शेट्टी की हत्या 1 मई की रात को उस वक्त हुई जब वे पांच अन्य लोगों के साथ कार में यात्रा कर रहे थे। तभी दो अन्य कारों ने उनकी गाड़ी को रोका और उनमें सवार हमलावरों ने तलवार और अन्य घातक हथियारों से उन पर बेरहमी से हमला किया। गंभीर रूप से घायल शेट्टी को एजे अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उनके पार्थिव शरीर को देखते ही बड़ी संख्या में हिंदू कार्यकर्ता अस्पताल के बाहर जमा हो गए, जिससे तनाव और गहरा गया।
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि सुहास शेट्टी पर फैजल नामक युवक की हत्या का आरोप था। फैजल की हत्या भाजपा कार्यकर्ता प्रवीण नेत्रावत की हत्या के बाद हुई थी। अब यह मामला राज्य की कानून-व्यवस्था पर भी गंभीर प्रश्न खड़े करता जहां प्रवीण नेत्रावल की हत्या के बाद से तनाव फैला है। प्रवीण नेत्रावत की हत्या की जांच पहले से ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी कर रही है, और अब सुहास शेट्टी की हत्या भी इसी शृंखला से जुड़ी मानी जा रही है।
इस बीच भाजपा सांसद नलिन कुमार कटील मौके पर पहुंचे और परिवार से मुलाकात की। उन्होंने आरोप लगाया कि यह घटना राज्य सरकार की विफल कानून-व्यवस्था का नतीजा है और प्रशासन को तत्काल सख्त कदम उठाने चाहिए। मंगळुरु पुलिस ने कहा है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरे शहर में चौकसी बढ़ा दी गई है।
बार-बार हो रही ऐसी हिंसक घटनाएं न केवल लोगों की सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न लगाती हैं, बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी कमजोर करती हैं। सवाल यह है कि क्या प्रशासन समय रहते इस आग पर काबू पा सकेगा या फिर राज्य गहरी खाई की ओर बढ़ता रहेगा?