पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने अवैध रूप से भारत से वापस बांग्लादेश लौटने की कोशिश कर रहे 48 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के अनुसार, यह गिरफ्तारी रविवार (2 नवंबर) को राज्य में मतदाता सूची के संपूर्ण जांच (SIR) की घोषणा के बाद से हाई अलर्ट पर रखे गए बसिरहाट सीमा क्षेत्र में की गई।
अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गए अधिकांश लोग पश्चिम बंगाल में घरेलू नौकर, मजदूर और छोटे कामगारों के रूप में काम कर रहे थे। SIR प्रक्रिया शुरू होने के बाद, जब बूथ लेवल अधिकारी (BLO) मतदाता जानकारी की घर-घर जाकर जांच करने लगे, तो इन अवैध रूप से रह रहे लोगों में हिरासत में लिए जाने या निर्वासित किए जाने के डर से अफरातफरी मच गई। भय के चलते कई लोग गुपचुप तरीके से सीमा पार करने की कोशिश करने लगे।
एक वरिष्ठ BSF अधिकारी ने बताया, “अधिकांश गिरफ्तार लोग कोलकाता, उत्तर 24 परगना और आसपास के इलाकों में काम कर रहे थे। उन्हें डर था कि मतदाता सत्यापन के दौरान उनकी पहचान हो जाएगी, इसलिए वे रात के अंधेरे में बांग्लादेश लौटने की कोशिश कर रहे थे।”
BSF ने रविवार (2 नवंबर) को 33 लोगों को गिरफ्तार कर स्वरूपनगर थाने के हवाले किया, जबकि शनिवार (1 नवंबर) की रात 15 अन्य लोगों को पकड़ा गया। सभी 48 आरोपियों को बाद में अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। अधिकारियों के अनुसार, पिछले तीन दिनों में इसी इलाके से करीब 90 बांग्लादेशी नागरिक सीमा पार करने की कोशिश में पकड़े जा चुके हैं।
इसी तरह का एक और मामला शनिवार (1 नवंबर)को हाकिमपुर में दर्ज किया गया, जहां 11 बच्चे और 15 महिलाएं समेत कुल 45 बांग्लादेशी घुसपैठियों को BSF ने हिरासत में लिया। ये सभी बिना वैध दस्तावेजों के बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रहे थे।
बसिरहाट के पुलिस अधीक्षक हुसैन मेहदी रहमान ने बताया, “BSF ने रात के गश्त के दौरान इन लोगों को पकड़ा। ये सभी कोलकाता और राजारहाट में काम कर रहे थे और अवैध रास्तों से बांग्लादेश लौटने की कोशिश कर रहे थे।” सभी को बाद में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
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