“ममता के पश्चिम बंगाल में कोई महिला सुरक्षित नहीं”

वायरल हमले के वीडियो पर सुवेंदु अधिकारी का राज्य सरकार पर तीखा हमला

“ममता के पश्चिम बंगाल में कोई महिला सुरक्षित नहीं”

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पश्चिम बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने बुधवार (31 दिसंबर)को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक कर देने वाला वीडियो साझा करते हुए ममता बनर्जी सरकार पर सीधा हमला बोला। यह वीडियो दक्षिण 24 परगना जिले के कैनिंग उपमंडल के बासंती ब्लॉक स्थित उत्तर भंगनामारी गांव का बताया जा रहा है, जिसमें कथित तौर पर कुछ पुरुष महिलाओं पर लाठियों और बांस के डंडों से बेरहमी से हमला करते दिखाई दे रहे हैं।

वीडियो साझा करते हुए सुवेंदु अधिकारी ने लिखा, “ममता बनर्जी के पश्चिम बंगाल में कोई महिला सुरक्षित नहीं है!!! उत्तर भंगनामारी गांव से परेशान कर देने वाले दृश्य।”  उन्होंने आरोप लगाया कि शिकायतकर्ता के अनुसार हमले में जलिल लस्कर, मुन्ना लस्कर, आरिफ लस्कर और अन्य लोग शामिल थे, जिन्होंने महिला और उसके परिवार के सदस्यों पर हमला किया।

राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए अधिकारी ने कहा कि दिनदहाड़े महिलाओं के साथ इस तरह की हिंसा का होना बेहद चौंकाने वाला है। उन्होंने संकेत दिया कि आरोपी कथित तौर पर सत्तारूढ़ दल के करीबी हैं, जिसके चलते वे बेखौफ होकर इस तरह की वारदात को अंजाम दे सके। सुवेंदु अधिकारी ने आगे कहा, “महिलाओं की सुरक्षा के लिए इस महिला-विरोधी राज्य सरकार को सत्ता से बाहर करना जरूरी है।”

इस मुद्दे पर भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने वीडियो को “डरावना” बताते हुए कहा कि यह घटना पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था के पूरी तरह चरमरा जाने का संकेत है। मालवीय ने कहा, “इतनी खुलेआम हिंसा यह दिखाती है कि अपराधी या तो राजनीतिक संरक्षण के कारण या फिर राज्य मशीनरी की उदासीनता के चलते खुद को पूरी तरह निडर महसूस कर रहे हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार “महिला-विरोधी” बन चुकी है और इसे हटाया जाना चाहिए।

सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया है, जिसके बाद राज्य सरकार की तीखी आलोचना हो रही है। कई यूजर्स ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है और प्रशासन से त्वरित व सख्त कार्रवाई की मांग की है। हालांकि, वीडियो की प्रामाणिकता और घटना के सभी पहलुओं की आधिकारिक पुष्टि अभी की जानी बाकी है।

घटना दक्षिण 24 परगना जिले के उत्तर भंगनामारी गांव की बताई जा रही है, जहां पहले भी स्थानीय विवादों को लेकर तनाव की खबरें सामने आती रही हैं। इस ताजा मामले ने एक बार फिर पश्चिम बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा, अपराधियों के हौसले और पुलिस-प्रशासन की भूमिका पर बहस को तेज कर दिया है। विपक्ष का कहना है कि जब तक दोषियों के खिलाफ सख्त और निष्पक्ष कार्रवाई नहीं होती, तब तक ऐसे मामलों पर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप और जनाक्रोश जारी रहेगा।

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