पंजाब में संगठित अपराध के खिलाफ पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। ताज़ा मामला मोहाली का है, जहां पुलिस ने चौकसी और तकनीकी निगरानी के दम पर चार गैंगस्टरों को धर दबोचा। इन अपराधियों के पास से एक पिस्तौल और एक देसी कट्टा बरामद किया गया है। यह गिरफ्तारी उस सनसनीखेज घटना की जांच के दौरान हुई जिसमें कुछ अज्ञात हमलावरों ने सेक्टर 76 में एक कार पर पेट्रोल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया था।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था, जिससे शहर में दहशत का माहौल बन गया। लेकिन मोहाली पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए न सिर्फ वीडियो फुटेज खंगाले बल्कि तकनीकी जांच के ज़रिए आरोपियों की पहचान भी सुनिश्चित की। सोमवार को प्रेस वार्ता में पुलिस अधिकारियों ने खुलासा किया कि “घटना को सुलझा लिया गया है और चार गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया गया है।”
जांच में यह भी सामने आया कि ये आरोपी किसी बड़ी आपराधिक साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे। इनके खिलाफ पहले से ही कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस अब इनसे पूछताछ कर इनके नेटवर्क और अन्य साथियों की तलाश में जुट गई है। यह कार्रवाई पंजाब में सक्रिय अपराधी गिरोहों पर एक और करारा प्रहार मानी जा रही है।
यह घटनाक्रम ऐसे वक्त में सामने आया है जब महज कुछ दिन पहले, 22 अप्रैल को, अमृतसर पुलिस ने भी एक बड़ी कार्रवाई करते हुए लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े चार युवकों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से पांच पिस्तौल और कई जिंदा कारतूस बरामद किए गए थे। गिरफ्तार युवकों की पहचान शिवम, जशनदीप, नवदीप और उज्ज्वल के रूप में हुई थी। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने तब इसे “एक बड़ी कामयाबी” बताया था और कहा था कि “ये युवक हत्या की साजिश रच रहे थे, लेकिन समय रहते पकड़ लिए गए।”
मोहाली की यह ताज़ा गिरफ्तारी न सिर्फ पुलिस की सक्रियता का प्रमाण है, बल्कि यह भी दिखाती है कि पंजाब में अपराधी गिरोह लगातार साजिशें रच रहे हैं। मगर अब कानून-व्यवस्था की मशीनरी भी सतर्क है, और हथियारों के इस काले खेल को बेनकाब करने के लिए तैयार।
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