जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने गुरुवार(29 मई) को जानकारी दी कि शोपियां के इमाम साहिब इलाके के बसकुचन गांव से दो हाइब्रिड आतंकवादियों को भारी मात्रा में हथियारों और गोला-बारूद के साथ गिरफ्तार किया गया है। इन आतंकवादियों के पास से दो 5.56 राइफलें, चार एके मैगजीन, 102 एके राउंड और दो हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए हैं।
इस संयुक्त कार्रवाई को सेना की 44 राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की 178वीं बटालियन ने अंजाम दिया। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आतंकियों के खिलाफ आतंकवाद निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है और उनसे पूछताछ जारी है।
यह गिरफ्तारी उस समय हुई है जब 22 अप्रैल को हुए खूनी पहलगाम आतंकी हमले के बाद पूरे जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों की ओर से व्यापक स्तर पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। उस हमले में लश्कर-ए-तैयबा समर्थित आतंकियों ने बैसरन घाटी में 25 पर्यटकों और एक स्थानीय टट्टू मालिक सहित 26 निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी।
हमले में मारे गए टट्टू मालिक सैयद आदिल हुसैन ने आतंकवादियों से बहस के बाद एक की राइफल छीनने की कोशिश की थी, जिसके चलते उसकी भी हत्या कर दी गई थी।
इस हमले के बाद केंद्र सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम से एक जवाबी सैन्य अभियान चलाया, जिसके तहत पाकिस्तान के लाहौर के पास मुरीदके, बहावलपुर, और पीओके के कोटली और मुजफ्फराबाद में स्थित आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले कर उन्हें तबाह कर दिया गया।
ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में पाकिस्तान की सेना ने जम्मू-कश्मीर के कई नागरिक इलाकों पर भारी मोर्टार से गोलाबारी की, जिसमें पुंछ जिले के 13 नागरिकों सहित कुल 28 लोग मारे गए। इस हमले में पुंछ, राजौरी, बारामुल्ला, कुपवाड़ा और बांदीपोरा जिलों में भारी नुकसान हुआ, खासकर बुनियादी ढांचे को।
23 अप्रैल को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घाटी का दौरा कर सुरक्षा समीक्षा की थी। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि “पहुलगाम आतंकी हमले के दोषियों को सजा दिलाने में कोई कसर न छोड़ी जाए।” इसके बाद से ही घाटी में आतंकवादियों के खिलाफ व्यापक स्तर पर अभियान तेज कर दिया गया है।
शोपियां में हुई ताजा गिरफ्तारी को सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है, क्योंकि इससे आतंकी नेटवर्क के कई सुराग मिल सकते हैं। अधिकारियों का मानना है कि ये हाइब्रिड आतंकी हालिया हमलों की साजिश में शामिल रहे होंगे या भविष्य के हमलों की योजना बना रहे थे।
सुरक्षा एजेंसियों ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में और भी छापेमारी और गिरफ्तारियों की संभावना है, क्योंकि आतंकियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद करने के साथ-साथ घुसपैठ और स्थानीय सहयोगियों की पहचान पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है।
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