प्रशांत कारुलकर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जम्मू-कश्मीर में 32,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। स्वास्थ्य, शिक्षा, रेल, सड़क, उड्डयन, पेट्रोलियम और नागरिक बुनियादी ढाँचे सहित कई क्षेत्रों से संबंधित ये परियोजनाएं जम्मू-कश्मीर के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होंगी।
इन परियोजनाओं के शुभारंभ के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये परियोजनाएं शिक्षा, कौशल, रोजगार, स्वास्थ्य, उद्योग और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर विकास और समृद्धि के नए युग में प्रवेश कर रहा है। यह क्षेत्र अब निराशा और अलगाव के दिनों को पीछे छोड़कर “विकसित जम्मू-कश्मीर” के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
कुछ प्रमुख परियोजनाओं में कटरा को जम्मू से जोड़ने वाले दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे के दो खंडों (44.22 किमी) और श्रीनगर रिंग रोड के चार-लेनिंग के चरण-दो का शिलान्यास शामिल है। इसके अलावा, घाटी में पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन और संगलदान और बारामूला स्टेशनों के बीच ट्रेन सेवा का शुभारंभ किया गया। जम्मू में सीयूएफ (कॉमन यूजर फैसिलिटी) पेट्रोलियम डिपो विकसित करने के लिए भी प्रधानमंत्री ने आधारशिला रखी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में विकास की रफ्तार तेज करने के लिए केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने उम्मीद जताई कि ये परियोजनाएं न केवल जम्मू-कश्मीर के लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाएंगी, बल्कि क्षेत्र में शांति और समृद्धि को भी बढ़ावा देंगी।
आर्टिकल 370 की रद्दी के बाद, जम्मू और कश्मीर के विकास में महत्वपूर्ण परिवर्तन आया। यह नई राजनीतिक संरचना और निवेश के द्वारा राज्य को आर्थिक विकास की दिशा में आगे बढ़ावा प्रदान किया। स्थानीय लोगों को लाभ पहुंचने लगा, और वहाँ के अन्याय को समाप्त करने में मदद मिली। नए कानूनी और शैक्षिक सुविधाओं के साथ, राज्य को विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचने का मार्ग मिला।
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