महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे बुधवार को अयोध्या पहुंचे। उन्होंने राम मंदिर का क्रेडिट शिवसेना को देते हुए कहा कि शिवसेना ने 2018 में एक नारा दिया था। जिसमें कहा गया था कि पहले मंदिर फिर सरकार। उन्होंने कहा कि इस नारे के बाद ही अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। खबर यह भी कि आदित्य ठाकरे का कई संतों ने विरोध भी किया।
इस दौरान मीडिया से बातचीत में आदित्य ठाकरे ने कहा कि रामलला और हनुमान जी का दर्शन कर जनसेवा का संकल्प पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि अयोध्या में महाराष्ट्र के आने वाले श्रद्धालुओं के लिए महाराष्ट्र सदन के निर्माण के लिए सीएम योगी से जगह उपलब्ध कराने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वे सीएम योगी को पत्र लिखेंगे। आदित्य ठाकरे ने एक सवाल के जवाब में कहा कि वे यहां राजनीति मकसद से नहीं नहीं आये बल्कि एक भक्त बनकर यहां आये हैं। राहुल गांधी के बारे में पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार की ओर से सभी जांच एजेंसियां प्रचार प्रसार की सामग्री बन गई है।
इससे पहले आदित्य ठाकरे ने इस्कॉन मंदिर में खाना भी खाया। उनके साथ संजय राउत भी है। संजय राउत ने कहा कि यह कोई राजनीतिक यात्रा नहीं बल्कि यह धार्मिक यात्रा है। बता दें कि इससे पहले भी आदित्य ठाकरे अपने पिता यानी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से साथ दो बार अयोध्या आ चुके हैं। यह पहला अवसर है जब आदित्य ठाकरे अकेले आये हैं।
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