उन्होंने बताया, “पिछली बार हमने बीड जिले के पल्लवन में पौधे लगाए थे और रामगढ़ में भी पौधे लगाए, जो काफी सफल रहे। इस खुशी में हमने 75 नए पौधे लगाए। अभी रामगढ़ में भी लगभग 10 हजार पौधे लगाने बाकी हैं, हमारा लक्ष्य 10 हजार पौधे लगाने का है।”
सयाजी शिंदे कुछ वर्षों से पौधरोपण अभियान को लेकर सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। उनके एनजीओ ने कई पौधे लगाए हैं। महाराष्ट्र के सतारा जिले के साखरवाड़ी नामक एक छोटे से गांव में जन्मे सयाजी अपने गांव में भी 10 हजार से ज्यादा पौधे लगा चुके हैं।
सयाजी शिंदे ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत मराठी थिएटर से की। उन्होंने 1978 में नाटक में काम शुरू किया और ‘जुल्वा’ (1987), ‘वन रूम किचन’ (1989) और ‘आमच्या या घरात’ (1991) जैसे नाटकों में भी काम किया।
सयाजी साउथ फिल्म इंडस्ट्री में भी सफल रहे, जहां उनकी तमिल फिल्म ‘भारती’ (2000) सफल रही, जिसमें उन्होंने प्रसिद्ध तमिल कवि ‘सुब्रमण्यम भारती’ की भूमिका निभाई।
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