इस आध्यात्मिक आयोजन का उद्देश्य हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की आत्मा की शांति के लिए सामूहिक प्रार्थना करना है। 18 जून की शाम तक लगातार जाप और सवा लाख आहुतियों के साथ यह अनुष्ठान पूरा किया जाएगा। इसके बाद मंदिर परिसर में एक शोक सभा का आयोजन भी किया जाएगा।
स्थानीय निवासी महेश ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि उन्होंने तीन दिन का अनुष्ठान किया है। जो लोग मारे गए हैं, उनके लिए सवा लाख बार मंत्रों का जाप किया जा रहा है। शुक्रवार को मंदिर परिसर में शोक सभा रखी गई है।
इधर, अहमदाबाद में जहां प्लेन क्रैश हुआ, वहां बड़ी संख्या में यात्रियों के पासपोर्ट, मोबाइल, लैपटॉप, आईकार्ड के अलावा पैसे और गहने मिले। राजू पटेल नाम के एक स्थानीय व्यक्ति ने घटनास्थल से मिली सभी चीजों को पुलिस को सौंपा।
राजू पटेल ने आईएएनएस से कहा, “जब प्लेन क्रैश हुआ, हम 15 मिनट बाद वहां पहुंचे थे। मंजर बहुत भयावह था। लोगों के शव पूरी तरह जले हुए थे। रेस्क्यू के समय दो घंटे तक हम लोगों ने पुलिस और प्रशासन की मदद की।
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