भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने सोमवार को बीजिंग में चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। इस दौरान डोभाल ने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए आतंकवाद का मुकाबला करने की आवश्यकता पर बल दिया। इसे पाकिस्तान को लेकर चीन के प्रति एक अप्रत्यक्ष संदेश के तौर पर देखा जा रहा है।
विदेश मंत्रालय (MEA) के मुताबिक, दोनों नेताओं ने भारत-चीन संबंधों की हालिया प्रगति की समीक्षा की और द्विपक्षीय रिश्तों के समग्र विकास पर चर्चा की, जिसमें जनता-से-जनता संपर्क को बढ़ावा देने पर भी बल दिया गया।
बीजिंग में भारत के राजदूत शू फेइहोंग ने कहा कि बैठक के दौरान वांग यी ने माना कि भारत-चीन संबंधों में कुछ सकारात्मक प्रगति हुई है। उन्होंने कहा, “चीन और भारत को अच्छे पड़ोसी और मित्रता की दिशा में अग्रसर रहना चाहिए, एक-दूसरे के हितों को ध्यान में रखते हुए, संवेदनशील मुद्दों को सही तरीके से संभालना चाहिए और सीमा क्षेत्रों में शांति बनाए रखनी चाहिए।”
शू ने ट्वीट किया, “जब ड्रैगन और हाथी साथ नाचते हैं, तभी जीत संभव होती है।”
एनएसए डोभाल ने बैठक में कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ बहुपक्षीय मंचों पर चीन के साथ सहयोग को मजबूत करना चाहता है। उन्होंने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के मौजूदा अध्यक्ष के रूप में सफल शिखर सम्मेलन आयोजित करने में चीन के प्रयासों का समर्थन किया।
डोभाल ने जोर दिया कि “भारत और चीन, दो प्रमुख एशियाई राष्ट्र होने के नाते, अंतरराष्ट्रीय समुदाय में और अधिक योगदान दे सकते हैं।” भारत की आतंकवाद पर यह कड़ी टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के जवाब में बड़ी सैन्य कार्रवाई की थी।
यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब दोनों देशों के बीच मई 2020 से पूर्वी लद्दाख में चल रही सैन्य तनातनी के बाद संबंधों में सामान्य स्थिति की बहाली के प्रयास जारी हैं। बीते अक्टूबर 2024 में एलएसी पर तनाव घटाने के एक समझौते के बाद यह भारत और चीन के बीच मंत्री स्तर की पहली कूटनीतिक बैठक मानी जा रही है। एनएसए डोभाल ने वांग यी को भारत में 24वें विशेष प्रतिनिधि (SR) संवाद के लिए जल्द मिलने का न्योता भी दिया है।
डोभाल बीजिंग में एससीओ (शंघाई सहयोग संगठन) की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में भाग लेने पहुंचे हैं। चीन 25-27 जून को क़िंगदाओ में होने वाली एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक की मेज़बानी कर रहा है, जिसमें भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के शामिल होने की संभावना है। यह बैठक भारत-चीन के रिश्तों को आगे बढ़ाने और रणनीतिक संतुलन बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
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