करीब डेढ़ साल बाद पाकिस्तान ने एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन कर फायरिंग की है| संघर्ष विराम समझौते के बाद गोलीबारी रोक दी गई थी। हालांकि, आज पाक रेंजर्स ने अरनिया सेक्टर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर गोलीबारी की। बीएसएफ जवानों ने भी फायरिंग कर पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है|
बीएसएफ के जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार पाकिस्तान रेंजर्स ने आज सुबह गश्त के दौरान बीएसएफ जवानों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी| इसका भारतीय जवानों ने समय पर जवाब दिया। सौभाग्य से इस हमले में बीएसएफ का कोई जवान घायल नहीं हुआ।
21 अगस्त की रात राजोरी में नियंत्रण रेखा पर नौशेरा सेक्टर में फिदायीन टीम के साथ घुसपैठ अभियान के दौरान तबारक हुसैन (32) नाम के एक आतंकवादी को मार गिराया गया था। उन्हें इलाज के लिए भारतीय क्षेत्र के एक सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
डॉक्टरों के मुताबिक गोली लगने से तबारक का काफी खून बह गया था। भारतीय सेना के जवानों ने रक्तदान कर उन्हें बचाने की भी कोशिश की। हालांकि, इलाज के दौरान 3 सितंबर को दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई।
मौत के बाद तबारक का शव पाकिस्तान को सौंप दिया गया। तीन दशकों में पहली बार पाकिस्तान ने किसी आतंकवादी के शव को अपना नागरिक स्वीकार किया है। वरना पहले भी पाकिस्तानी सेना और एजेंसियों ने आतंकियों के शव लेने से इनकार कर दिया है| तबारक पाकिस्तानी सेना का एजेंट था और उग्रवादियों का उच्च प्रशिक्षित गाइड था। यह पता चला है कि वह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ी गतिविधियों में शामिल है।