महाराष्ट्र के एक हिंदू धर्मगुरु द्वारा ‘धर्म संसद’ में महात्मा गांधी का अपमान करने और नाथूराम गोडसे की प्रशंसा करने पर रायपुर के टिकरापारा में मामला दर्ज किया गया है। वहीं, केस रायपुर के पूर्व महापौर प्रमोद दुबे की शिकायत पर की गई है। उन्होंने समुदायों में दुश्मनी को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है।
बता दें कि कालीचरण महाराज द्वारा गाये गए शिव तांडव स्त्रोत से चर्चा में आये थे।धर्म संसद का आयोजन रावणभाटा में आयोजित किया गया था। इस धर्म संसद का आयोजन नीलकंठ सेवा संस्थान के संस्थापक पंडित नीलकंठ त्रिपाठी ने किया था।
खबरों के अनुसार काली चरण महाराज ने महात्मा गांधी की हत्या को जायज ठहराया था और नाथूराम गोडसे की प्रशंसा की। उन्होंने कांग्रसी नेताओं की आलोचना करते हुए कट्टर हिन्दू नेता चुनने की बात कही।
इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि इस्लाम का मकसद राजनीति के माध्यम से देश पर कब्ज़ा करना है। इसके बाद इस बयान से खलबली मच गई। कई नेताओं द्वारा कालीचरण महाराज पर कार्रवाई करने की मांग की गई। देर रात रायपुर में कांग्रेसियों ने हंगामा करते हुए रायपुर के टिकरापारा में कालीचरण महाराज के खिलाफ मामला दर्ज कराया। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बघेल धमिल होने वाले थे लेकिन विवाद होने के बाद उनका कार्यक्रम रद्द हो गया।
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