एक ओर जहां लोग अब खुले में सांस लेने के किये तैयार हो रहे है तो दूसरी ओर एक बार फिर कोरोना के नए वैरिएंट एक्सई ने दुनिया में दहशत फैला दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोरोना वायरस का एक नया म्यूटेंट, जिसे XE के नाम दिया गया है। यह ओमीक्रॉन के BA.2 के वैरिएंट की तुलना में लगभग दस प्रतिशत अधिक फैलने वाला वैरिएंट है।
अब तक, ओमीक्रॉन का BA.2 सब-वेरिएंट कोरोना का सबसे ज्यादा फैलने वाला स्ट्रेन था। BA.2 उप-संस्करण दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में फैल रहा है। डब्ल्यूएचओ ने इस सप्ताह की शुरुआत में एक रिपोर्ट जारी किया था। जिसमें कहा था कि कोरोना के नए वैरिएंट एक्सई रीकॉम्बिनेंट (बीए.1-बीए.2) पहली बार अमेरिका में 19 जनवरी को पाया गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि शुरुआत जो सामने आया है उससे पता चलता है कि बीए.2 की तुलना में एक्सई वैरिएंट 10 प्रतिशत अधिक फैलने वाला वैरिएंट हैं।
इसके अलावा एक अन्य वैरिएंट ने भी दस्तक दी है जो डेल्टा और ओमीक्रॉन का हाइब्रिड संस्करण है। इस वैरिएंट के सबसे ज्यादा मामले डेनमार्क और बेल्जियम जैसे देशों में पाये गए हैं , यह वैरिएंट एक्सडी के नाम जाना जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है इस वैरिएंट के ज्यादा संक्रामक या घातक होने कोई प्रमाण नहीं मिला है। इसलिये विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि इसलिए एक्सडी के बारे में ज्यादा चिंता नहीं न करें।
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