लखनऊ। उत्तर प्रदेश जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में भाजपा ने अपना दबदबा कायम रखा है। चुनाव नामांकन के बाद 17 जिलों में प्रत्याशियों के निर्विरोध निर्वाचन तय है। इनमें 17 भाजपा प्रत्याशियों का निर्विरोध चयन कर लिया गया है। जबकि समाजवादी पार्टी का केवल एक प्रत्याशी इटावा में निर्विरोध चुना गया है।
युवा सियासत में आरती: किसान की बेटी और बीए तृतीय साल की छात्रा 21 वर्षीय आरती तिवारी प्रदेश की सबसे युवा जिला पंचायत अध्यक्ष होंगी। बलरामपुर में एकमात्र नामांकन भाजपा प्रत्याशी आरती ने किया और उनका निर्वाचन निर्विरोध होगा। हालांकि उनकी जीत की औपचारिक घोषणा व प्रमाण पत्र 29 जून को नाम वापसी की समय सीमा समाप्त होने के बाद की जाएगी।यहां से सपा प्रत्याशी किरन यादव नामांकन करने नहीं पहुंच सकीं। एक युवा चेहरे को मौके दिए जाने पर जिला बीजेपी कार्यकर्ताओं में ख़ुशी की लहर है।
निर्विरोध चयन वाले जिले: मेरठ, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अमरोहा, मुरादाबाद, आगरा, इटावा, ललितपुर, झांसी, बांदा, मऊ, गोरखपुर, गोण्डा, बलरामपुर, चित्रकूट, श्रावस्ती और वाराणसी। इनमें से 17 जिलों में भाजपा के उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित घोषित किये जाएंगे। जबकि इटावा में सपा उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित घोषित होंगे। प्रदेश के सभी 75 जिलों में शनिवार को नामांकन की तारीख थी, मगर ज्यादातर जगहों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में इसे लेकर जमकर घमासान हुआ। हालांकि आयोग ने सभी जिलों में शांतिपूर्ण नामांकन का दावा किया है। वहीं ,जिला पंचायत चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों के नामांकन दाखिल न कर पाने से नाराज सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने गोरखपुर, मुरादाबाद, झांसी, आगरा, गौतमबुद्ध नगर, मऊ, बलरामपुर, श्रावस्ती, भदोही, गोंडा और ललितपुर के जिला अध्यक्षों को हटा दिया है।