यह ट्रैक्टर मार्च बिजनौर नगर से होकर गुजरा, जिसमें किसानों ने अपने ट्रैक्टरों के पीछे खेती के उपकरण जैसे टिलर और हैरो जोड़े हुए थे। किसानों का संदेश साफ था- अगर जरूरत पड़ी तो वे पाकिस्तान की जमीन पर ट्रैक्टर चलाकर आतंकवाद की जड़ें उखाड़ फेंकेंगे।
किसान नेता दिगंबर सिंह ने कहा, “हमने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर खुशी जाहिर करने के लिए यह मार्च निकाला है। ट्रैक्टरों से जुड़ी खेती की मशीनों के जरिए हमने प्रतीकात्मक रूप से यह संदेश दिया है कि हम पाकिस्तान की जमीन पर कब्जा करने और वहां पनप रहे आतंकियों की फसलें नष्ट करने के लिए तैयार हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “आज कुछ देशद्रोही लोग देश की पगड़ी से अपनी पगड़ी को बड़ा मानने लगे हैं। हम ऐसे लोगों को चेतावनी देना चाहते हैं कि यह किसान की पगड़ी, उसका कफन है। जब-जब देश को जरूरत पड़ी है, हमने अन्न देकर देश को भूखा नहीं रहने दिया और आगे भी जरूरत पड़ी तो पाकिस्तान की जमीन पर ट्रैक्टर चलाकर वहां का अन्न बर्बाद कर देंगे, क्योंकि उसी अनाज से आतंकवादी पनपते हैं।”
मार्च के दौरान किसानों में जबरदस्त जोश और देशभक्ति का माहौल देखने को मिला। भारत माता के जयघोष और सेना के समर्थन में नारे गूंजते रहे।
बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकियों के नौ कैंप तबाह कर दिए हैं। इनमें कई आतंकियों को मारे जाने की खबर है। एयर स्ट्राइक से आतंकियों को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा है और उनके आकाओं की कमर तोड़ने जैसी कार्रवाई की गई है।
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