ऐसे में योग सिर्फ एक शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि एक ऐसी जीवनशैली बन सकता है जो हमारे शरीर को मजबूत, मन को शांत और सोच को सकारात्मक बनाता है। आयुष मंत्रालय भी बार-बार इस बात पर जोर देता है कि अगर हर इंसान दिन की शुरुआत योग से करे, तो बीमारियां कम होंगी और जीवन की गुणवत्ता बेहतर होगी।
आयुष मंत्रालय के मुताबिक, अगर सुबह के 15-20 मिनट कुछ आसान योगासन कर लिए जाएं, तो ये ना केवल शरीर को लचीला और मजबूत बनाते हैं, बल्कि दिमाग को भी तरोताजा रखते हैं।
सुबह-सुबह सूर्य नमस्कार करने का असर पूरे शरीर पर पड़ता है। इसमें 12 आसान स्टेप्स होते हैं, जो सिर से लेकर पांव तक हर हिस्से की हल्की कसरत कराते हैं। इस आसन में सांसों का तालमेल, शरीर का झुकाव और खिंचाव एक साथ होता है, जिससे शरीर में रक्त प्रवाह बढ़ता है और मांसपेशियों को ताकत मिलती है।
ताड़ासन एक ऐसा सरल आसन है जिसे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक कोई भी कर सकता है। ये दिखने में जितना आसान है, उतना ही असरदार भी है। जब आप पंजों के बल खड़े होकर दोनों हाथों को ऊपर उठाते हैं और शरीर को खींचते हैं, तो आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी होती है और शरीर का संतुलन बेहतर होता है।
भुजंगासन उन लोगों के लिए वरदान है जिन्हें पीठ दर्द की शिकायत रहती है या जो दिनभर कंप्यूटर के सामने बैठे रहते हैं। जब आप पेट के बल लेटकर छाती को ऊपर उठाते हैं, तो आपकी रीढ़ की हड्डी में खिंचाव आता है और शरीर के ऊपरी हिस्से, खासकर पीठ, कंधे और छाती की मांसपेशियां एक्टिव होती हैं। ये आसन मानसिक तनाव को भी कम करता है और चेहरे पर ताजगी लाता है।
वज्रासन एकमात्र ऐसा आसन है जिसे खाना खाने के बाद भी किया जा सकता है। घुटनों के बल बैठकर एड़ियों पर शरीर को टिका होता है, जिससे बेहतर पाचन होता है। जब आप वज्रासन में बैठते हैं, तो पेट के भीतर हल्का दबाव बनता है जो पाचन क्रिया को तेज करता है। यही कारण है कि इसे रोजाना कुछ मिनट करना अपच, गैस और पेट फूलने जैसी समस्याओं को दूर करता है।
बिहार चुनाव 2025: प्रिंट विज्ञापनों पर निर्वाचन आयोग ने कसी लगाम!



