महाराष्ट्र के बीड जिले में बंदरों और कुत्तों के बीच ”गैंगवार” में बंदरों ने 80 पिल्लों को मार डाला। मिली जानकारी के अनुसार मजलगांव में बंदरों की ‘गैंग’ ने पिछले तीन महीनों में लगभग 80 पिल्लों को ऊंचाई से फेंक कर मौत की नींद सुला दिया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह सब बदले की भावना में हुआ है। लोगों का कहना है कि यह सब तब शुरू हुआ जब इलाके में कुछ आवारा कुत्तों ने एक नवजात बंदर को मार डाला। इसके बाद बंदरों ने पिल्लों को उठाकर किसी पेड़ या ऊंची इमारत के ऊपर से फेंक देते थे जिसकी वजह 80 पिल्लों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि लावूल गांव में अब एक भी पिल्ला नहीं बचा है।जिसकी वजह से अब ग्रामीणों में भी दहशत है। ग्रामीणों का कहना है कि कुत्तों द्वारा बन्दर के बच्चे को मारे जाने के बाद से बंदरों का एक ‘गैंग’ गांव के पिल्लों पर हमला करता है। और उन्हें मार डालता है।
ग्रामीणों का कहना है कि बंदरों एक गैंग योजनाबद्ध तरीके से इस घटना को अंजाम देते हैं। उनका कहना है कि पहले बंदरों का गैंग गांव में प्रवेश करता है उसके यह गैंग पिल्लों को ढूंढ़ते हैं और जब वह मिल जाता है तो उसे पेड़ या इमारत पर ऊंचाई तक चढ़ा देते और फिर उसे नीचे फेंककर मार डालते हैं।
ग्रामीणों ने भी खुद पिल्लों को कई बार बचाने की कोशिश की है, लेकिन बंदरों की ‘गैंग’ द्वारा किये गए हमले में कई ग्रामीण घायल भी हुए हैं। खबरों में कहा जा रहा है कि बीड में बंदरों की गैंग ने अब स्कूल जाने वाले बच्चों को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है, जिससे ग्रामीणों में दहशत और बढ़ गई है। कुछ बंदरों ने बिना किसी उकसावे के ग्रामीणों पर हमला भी कर दिया है। हालांकि वन विभाग और स्थानीय पुलिस ने अधिकांश बंदरों को पकड़ लिया है।
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