पीएम ‘श्री स्कूल योजना’, सामान्य स्कूलों से कैसे है अलग? विशेष क्या है?

पीएम 'श्री स्कूल योजना' के तहत करीब 14500 स्कूलों का विकास करने जा रही है| ये स्कूल आधुनिक तकनीक से बनाए जाएंगे।

पीएम ‘श्री स्कूल योजना’, सामान्य स्कूलों से कैसे है अलग? विशेष क्या है?

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शिक्षा हर किसी के जीवन का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है। एक शिक्षित व्यक्ति देश को बेहतर और मजबूत बनाने में योगदान देता है।भारत में सरकारी स्कूलों में बहुत सारे बच्चे पढ़ते हैं। सरकारी स्कूल अमीर और गरीब के बीच बिना किसी भेदभाव के सभी को शिक्षा प्रदान करते हैं।इस सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए सरकार एक खास योजना लेकर आई है| भारत में ऐसे कई स्कूल हैं जिनका निर्माण कई साल पहले हुआ था। इन स्कूलों को आधुनिक बनाने के लिए मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री श्री विद्यालय योजना शुरू की है। श्री स्कूल योजना के तहत विकसित स्कूल अन्य सामान्य स्कूलों से अलग होंगे।

भारत सरकार ने साल 2022 में एक योजना शुरू की थी|इस योजना का नाम था ‘पीएम श्री स्कूल योजना’ फॉर राइजिंग इंडिया| इस योजना को पीएम श्री विद्यालय योजना के नाम से जाना जाता है। इस योजना के तहत राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू की जाएगी। सरकार पीएम ‘श्री स्कूल योजना’ के तहत करीब 14500 स्कूलों का विकास करने जा रही है| ये स्कूल आधुनिक तकनीक से बनाए जाएंगे।

पीएम श्री विद्यालय योजना के तहत बनने वाले स्कूलों में उन्नत तकनीक की व्यवस्था की जाएगी|इससे विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा मिलेगी। इस योजना से 20 लाख बच्चों को फायदा होगा|5 साल के इस प्रोजेक्ट में केंद्र सरकार 18128 करोड़ रुपये देगी,जबकि बाकी खर्च राज्य सरकार को वहन करना होगा|

सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं|हालांकि, किसी भी प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को अत्याधुनिक सुविधाएं मिलती हैं।हालांकि, भारत सरकार की पीएम श्री योजना के तहत अब सरकारी स्कूलों को आधुनिक तकनीक से विकसित किया जाएगा।इसमें भौतिक बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जाएगा। बच्चों की कक्षा व कमरों को बेहतर बनाया जाएगा।

हर विद्यालय में एक प्रयोगशाला की व्यवस्था की जायेगी|इसके साथ ही बच्चों को विभिन्न विषयों का व्यवहारिक ज्ञान भी दिया जाएगा। साथ ही, वीआर हेडसेट, बहुभाषी पेन अनुवादक, वीडियो रिकॉर्डिंग लैब और खेलों के लिए बेहतर कॉम्प्लेक्स भी बनाए जाएंगे। इसलिए दृष्टिबाधित विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई की अलग से व्यवस्था की जाएगी।

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