36 C
Mumbai
Friday, February 21, 2025
होमदेश दुनियाMahakumbh 2025: 360 बिलियन डॉलर का व्यापार, आस्था से अर्थ संकलन का...

Mahakumbh 2025: 360 बिलियन डॉलर का व्यापार, आस्था से अर्थ संकलन का अपूर्व संगम!

देशभर में इस आयोजन को लेकर अभूतपूर्व उत्साह के कारण अब 60 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।

Google News Follow

Related

प्रयागराज महाकुंभ में संगम के तट पर विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक आयोजन के साथ ही साथ व्यापार और अर्थ संकलन के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के अनुसार इस बार के महकुंभ ने तीन लाख करोड़ रुपये (360 बिलियन अमेरिकी डॉलर) से अधिक का व्यापार अर्जित किया है, जिससे यह भारत के सबसे बड़े आर्थिक आयोजनों में से एक बन गया है।

वही, आस्था के इस महाकुंभ पर्व को लेकर कैट महासचिव और सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि यह आयोजन आस्था और अर्थव्यवस्था के गहरे संबंध को दर्शाता है।

बता दें कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। ‘कैट’ के महासचिव ने बताया कि शुरुआती अनुमान के अनुसार 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और दो लाख करोड़ रुपये के व्यापार की संभावना थी, लेकिन देशभर में इस आयोजन को लेकर बढ़ते उत्साह और उमड़ते जन सैलाब के कारण अब 60 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, जिससे कुल व्यापार 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक होने की संभावना है।

व्यापार के प्रमुख क्षेत्र जिसमें पर्यटन, होटल और आवास सेवाएं, खाद्य और पेय पदार्थ उद्योग|परिवहन और लॉजिस्टिक्स | पूजा सामग्री, धार्मिक वस्त्र और हस्तशिल्प| हेल्थ केयर और वेलनेस सेवाएं| मीडिया, विज्ञापन और मनोरंजन उद्योग के साथ ही साथ स्मार्ट टेक्नोलॉजी, सीसीटीवी, टेलीकॉम और AI आधारित सेवाएं आदि विशेष से लाभान्वित हुए|

महाकुंभ को सफल बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रयागराज के सड़क, फ्लाईओवर और अंडरपास के निर्माण एवं सुधार पर 7500 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इस राशि में से 1500 करोड़ रुपये विशेष रूप से महाकुंभ की व्यवस्था के लिए आवंटित किए गए थे। इससे न केवल प्रयागराज में, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी यातायात और नागरिक सुविधाओं में सुधार हुआ है।

महाकुंभ के कारण केवल प्रयागराज ही नहीं, बल्कि 150 किमी के दायरे में स्थित शहरों और कस्बों में भी व्यापार में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है। इसके अलावा, अयोध्या, वाराणसी और अन्य धार्मिक स्थलों पर भी श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हुई है, जिससे वहां की स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिली है।

यह भी पढ़ें-

बजट सत्र: सीएम योगी ने ‘महाकुंभ के दुष्प्रचार और झूठी अफवाहों’ पर विपक्ष को सुनाई खरी खोटी!

 

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,176फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
230,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें