देशभर में ठंड का प्रकोप बढ़ा; उत्तरी राज्यों के लिए ​ठंडी​ का ‘रेड’ और ‘ऑरेंज’ अलर्ट​!

मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा समेत कई जगहों पर ठंड का प्रकोप बढ़ गया है| कुछ जिलों में न्यूनतम तापमान दस डिग्री सेल्सियस से भी कम है| उधर, भारतीय मौसम विभाग ने कुछ राज्यों में बारिश की बजाय ठंड और कोहरे के लिए 'ऑरेंज' और 'रेड अलर्ट' की घोषणा की है।

देशभर में ठंड का प्रकोप बढ़ा; उत्तरी राज्यों के लिए ​ठंडी​ का ‘रेड’ और ‘ऑरेंज’ अलर्ट​!

Cold wave increases across the country; 'Red' and 'Orange' cold alert for northern states!

उत्तरी ठंडी हवाओं का रुख अब महाराष्ट्र की ओर हो गया है| इससे मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा समेत कई जगहों पर ठंड का प्रकोप बढ़ गया है| कुछ जिलों में न्यूनतम तापमान दस डिग्री सेल्सियस से भी कम है| उधर, भारतीय मौसम विभाग ने कुछ राज्यों में बारिश की बजाय ठंड और कोहरे के लिए ‘ऑरेंज’ और ‘रेड अलर्ट’ की घोषणा की है।

राज्य में भीषण ठंड पड़ रही है और न्यूनतम तापमान नौ से सोलह डिग्री सेल्सियस के बीच है। भारतीय मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि अगले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट आएगी और परिणामस्वरूप वर्षा में वृद्धि होगी। जहां मंगलवार तक विदर्भ में गर्मी का एहसास होने लगा था, वहीं अब बुधवार से फिर मौसम साफ हो गया है।इसलिए हवा चल रही है और ठंडी है। उत्तर के राज्यों में भी न्यूनतम तापमान में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई। इसलिए इन राज्यों समेत देश के कई हिस्सों में ठंड का जोर बढ़ गया है|अगले कुछ दिनों तक शीतलहर जारी रहेगी और भारतीय मौसम विभाग ने कई राज्यों के लिए बारिश नहीं बल्कि ठंड और कोहरे के लिए ‘ऑरेंज’ और ‘रेड अलर्ट’ की घोषणा की है।

इस बीच पश्चिमी विक्षोभ के कारण आने वाले दिनों में देश के मौसम में भी बदलाव देखने को मिल सकता है, मध्य प्रदेश में भी मंगलवार को न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया| कई स्थानों पर तापमान चार से पांच डिग्री सेल्सियस भी दर्ज किया गया। ऐसे में भी कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम हो गई है|

उत्तर भारत में ठंड सबसे ज्यादा है और घने कोहरे की मात्रा बढ़ती जा रही है| इससे कम से कम पांच दिन तक राहत नहीं मिलने वाली है। कड़ाके की ठंड और कोहरे का भी खेती पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। घने कोहरे का यातायात पर भी खासा असर पड़ा है| विजिबिलिटी कम होने से वाहन चालक दहशत में हैं| इसका असर न सिर्फ सड़क परिवहन बल्कि रेल और हवाई परिवहन पर भी पड़ा है| दोपहिया और चारपहिया वाहन चालकों से सुरक्षित वाहन चलाने का आग्रह किया गया है। कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और कुछ देरी से चल रही हैं. विमानन का भी यही हाल है|

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