मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि यह मानसिक शांति में भी सहायक है।
दरगाह आला हजरत पर आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में दर्जनों मदरसा छात्रों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। योग सत्र की शुरुआत प्राणायाम और सूर्य नमस्कार से हुई, जिसके बाद विभिन्न आसनों का अभ्यास किया गया।
मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन ने स्वयं योग आसनों का प्रदर्शन कर छात्रों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “योग एक प्राचीन भारतीय परंपरा है, जो शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करता है। इसे हर रोज करना चाहिए, क्योंकि इससे न केवल शरीर सेहतमंद रहता है, बल्कि जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है।”
मौलाना ने योग को धार्मिक सीमाओं से परे बताते हुए कहा कि यह सभी समुदायों के लिए समान रूप से लाभकारी है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि योग का अभ्यास किसी भी धर्म या मजहब के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी विधा है, जो मानवता को जोड़ती है।
उन्होंने सरकार और सामाजिक संगठनों से अपील की कि वे ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में भी योग के प्रचार-प्रसार के लिए विशेष प्रयास करें, ताकि अधिक से अधिक लोग इसके लाभ उठा सकें।
वहीं, बरेली में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया। बरेली कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में योगी सरकार के राज्यमंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री जेपीएस राठौर, स्थानीय सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार, मेयर उमेश गौतम, विधायकों, डीएम अविनाश सिंह, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. अभिषेक सिंह समेत तमाम लोगों ने हिस्सा लिया।
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