उन्होंने अपनी बात पर जोर देते हुए कहा कि इस सिस्टम को यूपीआई और ईमेल की तरह इंटरऑपरेबल होना चाहिए न कि वॉट्सऐप की तरह क्लोज्ड।
वेम्बु ने कहा, “हम कभी भी एकाधिकार नहीं चाहते। हम इस लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसे पूरा करने के लिए हम आईएसपीआईआरटी के साथ काम करेंगे।”
इससे पहले वेम्बु ने जानकारी देते हुए बताया था कि 3 दिनों में अरट्टाई ट्रैफिक 100 गुना बढ़ गया, जिसमें नए साइन-अप प्रतिदिन 3,000 से बढ़कर 3,50,000 हो गए हैं। हम अगले संभावित 100 गुना उछाल के लिए इमरजेंसी में इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ा रहे हैं। यही एक्सपोनेंशियल ग्रोथ का तरीका है।
उन्होंने कहा था कि जैसे-जैसे हम इंफ्रास्ट्रक्चर जोड़ रहे हैं, हम समस्याओं को ठीक करने के लिए कोड को भी बेहतर बना रहे हैं और अपडेट कर रहे हैं। हमारी पूरी टीम पूरी क्षमता से काम कर रही है।
जोहो के इस मैसेजिंग ऐप को 2021 में लॉन्च किया गया था। कंपनी का यह ऐप सभी भारतीय यूजर्स के डेटा को सुरक्षित रखते हुए उनकी प्राइवेसी को प्राथमिकता देता है। ऐप में वॉइस और वीडियो कॉल के साथ पहले ही एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन की सुविधा मिलती है, जबकि स्टैंडर्ड मैसेजेस को नए अपडेट्स के साथ एन्क्रिप्शन मिलेगा।



